नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव 20 अप्रैल को अमरोहा में अपनी पहली संयुक्त रैली करेंगे क्योंकि उत्तर प्रदेश में भाजपा का मुकाबला करने के लिए I.N.D.I.A. गठबंधन आक्रामक हो गया है. यह राज्य सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी भारत गुट दोनों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लोकसभा में सबसे अधिक संख्या में 80 सांसद भेजता है.
वर्ष 2019 में एसपी और बीएसपी ने गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन 2024 में कांग्रेस और एसपी एक साथ आए जबकि एसपी के पूर्व सहयोगी आरएलडी ने भगवा पार्टी से हाथ मिला लिया. विपक्षी गुट के लिए पहली परीक्षा आठ सीटों कैराना, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, मुरादाबाद, रामपुर, सहारनपुर, बिजनौर और नगीना में होगी जहां 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा.
आठ में से सहारनपुर कांग्रेस के पास है जबकि बाकी सात सीटों पर सपा चुनाव लड़ रही है. 2014 के राष्ट्रीय चुनावों में भाजपा ने इन आठ सीटों में से सात सीटें जीती थीं और 2024 में फिर से आशान्वित है और क्षेत्र में प्रभुत्व रखने वाले जाट किसानों के बीच बेचैनी का मुकाबला करने के लिए राज्य के पश्चिमी हिस्सों में सहयोगी रालोद की उपस्थिति पर भी भरोसा कर रही है.
कांग्रेस नेताओं ने कहा, 'इंडिया ब्लॉक इस प्रवृत्ति को उलटने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है. इसके मुताबिक, राहुल और अखिलेश अमरोहा से कांग्रेस उम्मीदवार कुंवर दानिश अली के समर्थन में वोट मांगेंगे, जो 2019 में बसपा के टिकट पर इस सीट से चुने गए थे. दानिश अली का पहले लोकसभा के अंदर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने मजाक उड़ाया था.
उन्हें टीएमसी सांसद मोहुआ मोइत्रा का समर्थन करने के बाद बसपा से निलंबित कर दिया गया था. उन्हें सत्ता पक्ष द्वारा निशाना बनाया जा रहा था. बाद में राहुल गांधी ने अली के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए उनसे मुलाकात की थी. अली मार्च में कांग्रेस में शामिल हुए और अगले ही दिन उन्हें सबसे पुरानी पार्टी का टिकट मिल गया.
राहुल गांधी और अखिलेश यादव 20 अप्रैल को दानिश अली के लिए प्रचार करेंगे. अली के शामिल होने से हमें यूपी के पश्चिमी हिस्सों में मदद मिलेगी. हाल ही में एक और सांसद मलूक नागर को खोने वाली बसपा के भीतर बेचैनी है. 17 अप्रैल को प्रियंका गांधी हमारे उम्मीदवार इमरान मसूद के समर्थन में सहारनपुर में एक विशाल रोड शो करेंगी. यूपी के प्रभारी एआईसीसी सचिव प्रदीप नरवाल ने ईटीवी भारत को बताया.
अमरोहा में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा जहां दानिश अली का मुकाबला बसपा के मुजाहिद चौधरी से है. दानिश अली की तरह इमरान मसूद भी पूर्व बसपाई हैं और उन्हें पहले भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि प्रियंका गांधी ने पिछले साल इमरान मसूद के शामिल होने के साथ-साथ दानिश अली को शामिल करने में भी भूमिका निभाई थी.
जिस दिन प्रियंका सहारनपुर में चुनाव प्रचार करेंगी, उसी दिन राहुल गांधी और अखिलेश यादव दोनों 17 अप्रैल को दिल्ली की सीमा से सटे यूपी के गाजियाबाद में विपक्षी समूह के लिए एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन करेंगे. 2024 में गाजियाबाद में त्रिकोणीय मुकाबला होगा. यह सीट 2009 से बीजेपी के पास है जब केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह वहां से जीते थे.
वर्ष 2014 और 2019 में सेवानिवृत्त सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने लोकसभा में निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. 2024 में जनरल सिंह स्वेच्छा से दौड़ से हट गए, जिससे मौजूदा विधायक अतुल गर्ग के लिए लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार का मार्ग प्रशस्त हो गया. गर्ग का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा और बसपा के नंद किशोर पुंडीर से है. सहारनपुर में कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद का मुकाबला भाजपा के राघव लखनपाल और बसपा के माजिद अली से त्रिकोणीय मुकाबला है.