हैदराबाद : लोकसभा चुनाव 2024 की मतदान की तिथि की घोषणा के साथ ही लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व का आगाज हो गया है. लोकसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर चुनाव आयोग के द्वारा विशेष सुविधा प्रदान की जाएगी. इसमें विशेषकर गर्भवती महिलाओं के लिए व्यवस्था की गई है, वहीं दिव्यांग लोगों के लिए मतदान केंद्रों पर रैंप की व्यवस्था की जाएगी. दिव्यांग लोगों के लिए व्हीलचेयर होगी. साथ ही मतदान केंद्रों पर पानी व्यवस्था रहेगी.
सिंगल यूज प्लास्टिक को कम करने पर जोर- मतदान केंद्रों पर पुरुष और महिलाओं दोनों के लिए अलग-अलग टॉयलेट होंगे. इसके अलावा मतदान केंद्रों पर शेड और लाइट की भी व्यवस्था की जाएगी. इतना ही नहीं चुनाव आयोग पर्यावरण को लेकर भी संवेदनशील है. इसी के मद्देनजर सिंगल यूज प्लास्टिक को कम करने को लेकर और पर्यावरण के अनुकूल में कदम उठाने को लेकर लोगों को प्रोत्साहित करने का पूरा प्रयास किया जाएगा. साथ ही चुनाव के बाद मतदान केंद्र पर कचरा नहीं होगा. कार्बन फुट प्रिंट सबसे कम होगा.
48000 ट्रांसजेंडर मतदाता- चुनाव आयोग के द्वारा 85 साल से अधिक आयु के मतदाताओं के घर पर जाकर मतदान करवाने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा जिन्हें 40 प्रतिशत से अधिक की विकलांगता है , उनके पास फॉर्म पहुंचाए जाएंगे जिसमें वह मतदान का ये विकल्प चुन सकेंगे. बता दें कि देश में 97 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, जो कई देशों की कुल आबादी से भी कहीं ज्यादा है. भारत में 97 करोड़ मतदाताओं में करीब 50 करोड़ पुरुष और 47 करोड़ से अधिक महिला मतदाता हैं. इनमें महिला मतदाताओं की संख्या 12 सीटों पर पुरुषों से अधिक है. कुल मतदाताओं में 1.8 करोड़ मतदाता पहली बार मतदान करेंगे, जबकि 88.40 लाख दिव्यांग, 19.01 लाख सैनिक सुरक्षाकर्मी, 48000 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं.
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