ETV Bharat / bharat

DPAP नेता पर्रे ने अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से नामांकन किया दाखिल - Parray files nomination

Parray files nomination : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र से डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी नेता मोहम्मद सलीम पर्रे ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस मौके पर वहां डीपीएपी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद भी मौजूद थे. पढ़ें पूरी खबर...

author img

By PTI

Published : Apr 19, 2024, 3:32 PM IST

Parray files nominatio
DPAP नेता पार्रे ने अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से नामांकन किया दाखिल

श्रीनगर : डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के नेता मोहम्मद सलीम पर्रे ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल किया. बता दें, इस सीट पर 7 मई को तीसरे चरण के चुनाव होने हैं. पर्रे ने डीपीएपी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ अनंतनाग के उपायुक्त सैयद फखरुद्दीन के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. बता दें, सैयद फखरुद्दीन अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी है.

नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आजाद ने उम्मीद जताई कि पर्रे इस सीट से जीतेंगे और लोकसभा में जम्मू-कश्मीर और उसके लोगों का प्रतिनिधित्व करेंगे. गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा कि पर्रे 40 वर्षीय युवा वकील हैं, जो हाईकोर्ट के निचली अदालत और जिला अदालत में केस लड़ते थे, अब भारत की लोकतंत्र की सर्वोच्च सीट लोकसभा में हमारे राज्य और उसके लोगों का प्रतिनिधित्व करेंगे.

यह पूछे जाने पर कि वह इस सीट से चुनाव लड़ने से पीछे क्यों हट गए क्योंकि लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें, आजाद ने कहा कि पर्रे मेरे प्रतिनिधि हैं और उनके लिए मतदान करना मेरे लिए मतदान करने के समान है. इससे पहले आजाद ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उनसे किसी भी पार्टी या उम्मीदवार के खिलाफ बुरा बोलने से परहेज करने को कहा. उन्होंने कुछ राजनीतिक नेताओं के साथ जुबानी जंग पर अफसोस जताया था? जाहिर तौर पर उनका इशारा नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला की ओर था, जिन्हें उन्होंने पर्यटक कहा था.
समर्थकों को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ राजनेताओं के साथ वाकयुद्ध हुआ था. मुझे इसका अफसोस है. यह मेरे स्वभाव के खिलाफ है. 40 साल तक मैं संसद में रहा, मैंने कभी किसी पार्टी या नेता के खिलाफ बुरा नहीं बोला. मैं चाहता हूं कि आज से हमें किसी भी पार्टी या किसी भी पार्टी के उम्मीदवार के बारे में बुरा नहीं बोलना चाहिए. हमारा एजेंडा लोगों की सेवा करना है.

बता दें, 15 अप्रैल को डोडा में एक चुनावी रैली में बोलते हुए, डीपीएपी प्रमुख ने आरोप लगाया था कि अब्दुल्ला घाटी में केवल पर्यटक के रूप में आते हैं, जबकि वह गर्मियां लंदन में और सर्दियां विदेश में गर्म स्थानों पर बिताते हैं.आजाद ने कहा था कि उमर साहब, आप गर्मियों के दौरान अपने नाना के घर लंदन जाते हैं और सर्दियों के दौरान किसी गर्म देश में जाते हैं और आप यहां एक पर्यटक के रूप में आते है.

जिसके बाद एनसी उपाध्यक्ष ने आजाद पर पलटवार करते हुए उन्हें 'कुंठित व्यक्ति' कहा था. अब तक, एनसी के मियां अल्ताफ और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती सहित 10 उम्मीदवारों ने निर्वाचन क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल किया है. बता दें, शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है.

ये भी पढ़ें-

श्रीनगर : डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के नेता मोहम्मद सलीम पर्रे ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल किया. बता दें, इस सीट पर 7 मई को तीसरे चरण के चुनाव होने हैं. पर्रे ने डीपीएपी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ अनंतनाग के उपायुक्त सैयद फखरुद्दीन के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. बता दें, सैयद फखरुद्दीन अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी है.

नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आजाद ने उम्मीद जताई कि पर्रे इस सीट से जीतेंगे और लोकसभा में जम्मू-कश्मीर और उसके लोगों का प्रतिनिधित्व करेंगे. गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा कि पर्रे 40 वर्षीय युवा वकील हैं, जो हाईकोर्ट के निचली अदालत और जिला अदालत में केस लड़ते थे, अब भारत की लोकतंत्र की सर्वोच्च सीट लोकसभा में हमारे राज्य और उसके लोगों का प्रतिनिधित्व करेंगे.

यह पूछे जाने पर कि वह इस सीट से चुनाव लड़ने से पीछे क्यों हट गए क्योंकि लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें, आजाद ने कहा कि पर्रे मेरे प्रतिनिधि हैं और उनके लिए मतदान करना मेरे लिए मतदान करने के समान है. इससे पहले आजाद ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उनसे किसी भी पार्टी या उम्मीदवार के खिलाफ बुरा बोलने से परहेज करने को कहा. उन्होंने कुछ राजनीतिक नेताओं के साथ जुबानी जंग पर अफसोस जताया था? जाहिर तौर पर उनका इशारा नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला की ओर था, जिन्हें उन्होंने पर्यटक कहा था.
समर्थकों को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ राजनेताओं के साथ वाकयुद्ध हुआ था. मुझे इसका अफसोस है. यह मेरे स्वभाव के खिलाफ है. 40 साल तक मैं संसद में रहा, मैंने कभी किसी पार्टी या नेता के खिलाफ बुरा नहीं बोला. मैं चाहता हूं कि आज से हमें किसी भी पार्टी या किसी भी पार्टी के उम्मीदवार के बारे में बुरा नहीं बोलना चाहिए. हमारा एजेंडा लोगों की सेवा करना है.

बता दें, 15 अप्रैल को डोडा में एक चुनावी रैली में बोलते हुए, डीपीएपी प्रमुख ने आरोप लगाया था कि अब्दुल्ला घाटी में केवल पर्यटक के रूप में आते हैं, जबकि वह गर्मियां लंदन में और सर्दियां विदेश में गर्म स्थानों पर बिताते हैं.आजाद ने कहा था कि उमर साहब, आप गर्मियों के दौरान अपने नाना के घर लंदन जाते हैं और सर्दियों के दौरान किसी गर्म देश में जाते हैं और आप यहां एक पर्यटक के रूप में आते है.

जिसके बाद एनसी उपाध्यक्ष ने आजाद पर पलटवार करते हुए उन्हें 'कुंठित व्यक्ति' कहा था. अब तक, एनसी के मियां अल्ताफ और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती सहित 10 उम्मीदवारों ने निर्वाचन क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल किया है. बता दें, शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है.

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.