बेंगलुरु: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बुधवार को अपने गृह जिले कलबुर्गी पहुंचे, जहां उन्होंने एक रैली को संबोधिक किया. इस दौरान उन्होंने लोगों से एक भावनात्मक अपील की. कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर वे (लोग) समझते हैं कि उन्होंने यहां की जनता के लिए काम किया है तो वे कम से कम उनके अंतिम संस्कार में जरूर शामिल हों.
उन्होंने कहा, 'भले ही आप आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी के उम्मदीवार को वोट दें या न दें, लेकिन अगर आपको लगता है कि मैंने आपके लिए काम किया है तो कम से कम मेरे अंतिम संस्कार में जरूर आएं.' जिले के अफजलपुर में एक चुनावी रैली में बोलते हुए खरगे ने कहा कि अगर उन्होंने (लोगों ने) कांग्रेस उम्मीदवार को वोट नहीं दिया, तो उन्हें लगेगा कि कलबुर्गी में अब उनके लिए कोई जगह नहीं है.
कांग्रेस ने गुलबुर्गा लोकसभा सीट से खरगे के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि को मैदान में उतारा है. वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मौजूदा सांसद उमेश जाधव को टक्कर देंगे. खरगे ने आगे कहा, 'अगर आप इस बार वोट देने से (कांग्रेस उम्मीदवार को) चूक गए तो मैं सोचूंगा कि मेरे लिए यहां कोई जगह नहीं है और मैं आपका दिल नहीं जीत सका.'
बीजेपी और आरएसएस को हराना है टारगेट: कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 2009 और 2014 में यहां इस सीट से कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. हालांकि, 2019 में हुए आम चुनाव में पार्टी को यहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था. उन्होंने दावा किया कि वह बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को मात देने के लिए अपनी आखिरी सांस तक राजनीति में बने रहेंगे.
लोकतंत्र को बचाने के लिए का प्रयास: खरगे ने कहा, 'मैं राजनीति के लिए ही पैदा हुआ हूं. चाहे मैं चुनाव लड़ूं या नहीं, मैं इस देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए अपनी आखिरी सांस तक प्रयास करूंगा. मैं राजनीति से संन्यास नहीं लूंगा.मैं भाजपा और आरएसएस की विचारधारा को हराने के लिए पैदा हुआ हूं, न कि उनके सामने आत्मसमर्पण करने के लिए.'
राजनीति से रिटायर नहीं हो सकते: कांग्रेस नेता अपने साथ मंच साझा करने वाले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को भी अपने सिद्धांतों का पालन करने की सलाह दी और कहा कि वह सिद्धारमैया से बार-बार कहते हैं कि आप सीएम या विधायक के रूप में रिटायर हो सकते हैं, लेकिन जब तक आप बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को नहीं हरा देते, तब तक आप राजनीति से रिटायर नहीं हो सकते.
कर्नाटक में कब होगी वोटिंग: गौरतलब है कि कर्नाटक 28 लोकसभा सीट पर इस बार दो चरणों वोटिंग होगी. सूबे की 14 लोकसभा सीट पर दूसरे चरण के दौरान 26 अप्रैल को मतदान होगा, जबकि बाकी 14 सीट पर तीसरे चरण में 7 मई को वोटिंग होगी. पिछले चुनाव में बीजेपी 28 में से 25 सीटें जीतने में सफल रही थी. वहीं कांग्रेस और जेडीएस एक-एक सीट पर सिमट कर रह गए थे.