नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शनिवार को 16 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर वाराणसी से, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गांधीनगर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से चुनाव लड़ेंगे.
भाजपा महासचिव विनोद तावड़े, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा और मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एक बार फिर कोटा से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. सूची के मुताबिक केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर केरल के तिरुवनंतपुरम से, सर्बानंद सोनोवाल असम की डिब्रूगढ़ सीट से, केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू अरुणाचल पूर्व से, भूपेंद्र यादव राजस्थान के अलवर से, ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के गुना से, संजीव बालियान मुजफ्फरनगर और स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा से उम्मीवार होंगे जबकि भोपाल से मौजूदा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का टिकट काटकर पार्टी ने आलोक शर्मा को वहां से उम्मीदवार बनाया है. त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देव त्रिपुरा पश्चिम से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. पार्टी ने नई दिल्ली से केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को, दक्षिणी दिल्ली से रमेश बिधूड़ी की जगह रामवीर सिंह बिधूडी, चांदनी चौक से पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन की जगह प्रवीण खंडेलवाल, पश्चिमी दिल्ली से प्रवेश वर्मा की जगह कमलजीत सेहरावत को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. भाजपा की दिल्ली इकाई के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी एक बार उत्तर पूर्व दिल्ली से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे.
भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में सोशल इंजीनियरिंग का भी ख्याल रखा गया है. पार्टी ने अपनी पहली सूची में 28 महिलाओं,47 युवाओं (जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम है ) के साथ-साथ अनुसूचित जाति के 27, अनुसूचित जनजाति के 18 और ओबीसी समुदाय से 57 लोगों को उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट में सभी जातियों और सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया है. उन्होंने बताया कि इन 195 उम्मीदवारों में से उत्तर प्रदेश से 51, मध्य प्रदेश से 24, पश्चिम बंगाल से 20, गुजरात से 15, राजस्थान से 15, केरल से 12, असम से 11, तेलंगाना से 9, झारखंड से 11, छत्तीसगढ़ से 11, दिल्ली से 5, जम्मू कश्मीर से 2, उत्तराखंड से 3 और अरुणाचल प्रदेश से 2 के अलावा अन्य राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की सीट भी शामिल है.
पिछले दिनों भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी उम्मीदवारों के नामों पर मैराथन मंथन किया गया था. प्रधानमंत्री मोदी भी इस बैठक में शरीक हुए थे. इससे पहले, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, शाह, संगठन महासचिव बी एल संतोष ने विभिन्न राज्यों के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें कर उम्मीदवारों के नामों पर विमर्श किया था. अभी तक लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा नहीं हुई है लेकिन पार्टी ने इससे पहले ही उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. पिछले चरण के विधानसभा चुनावों में भी भाजपा ने यही रणनीति अपनाई थी और बहुत हद तक यह कारगर भी रही.
प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2014 में वाराणसी और वड़ोदरा से चुनाव लड़कर दोनों जगहों से जीत हासिल की थी. हालांकि बाद में उन्होंने वड़ोदरा सीट छोड़ दी थी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी ने वाराणसी से 4,79,505 मतों से जीत दर्ज की थी. साल 2014 में उन्होंने 3,71,784 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी. शाह ने 2019 में पहली बार गांधीनगर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़कर 5,57,014 मतों के रिकार्ड अंतर से जीत हासिल की थी. राजनाथ सिंह 2014 से संसद में लखनऊ का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इससे पहले, वह गाजियाबाद से भी लोकसभा सदस्य रह चुके हैं.
पहली सूची जारी से पहले ही पूर्वी दिल्ली से सांसद व पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और हजारीबाग से सांसद जयंत सिन्हा ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट के जरिए बताया कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष से चुनावी राजनीति से खुद को दूर रखने का अनुरोध किया था.
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