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अमित शाह ने बताया BJP को क्यों चाहिए 400 सीट, अरविंद केजरीवाल पर भी साधा निशाना - Amit Shah

Amit Shah: गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि बीजेपी 400 सीटें क्यों चाहती है. उन्होंने कहा कि हम देश में राजनीति में स्थिरता लाने के लिए लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतना चाहते हैं.

Amit shah
अमित शाह (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 17, 2024, 9:40 AM IST

नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के उन दावों को खारिज कर दिया है, जिनमें कहा गया भारतीय जनता पार्टी (BJP) संविधान में संशोधन के लिए 400 से अधिक लोकसभा सीटें जीतना चाहती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को पिछले एक दशक से संविधान में बदलाव करने का जनादेश मिला रहा, लेकिन उसने कभी ऐसा नहीं किया.

न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में शाह ने कहा कि पार्टी का 400 से अधिक सीटें हासिल करने का लक्ष्य देश में राजनीतिक स्थिरता लाना है. शाह ने कहा, 'हमें पिछले 10 साल से संविधान बदलने वाला जनादेश मिला है, लेकिन हमने कभी ऐसा नहीं किया. आपको क्या लगता है कि राहुल बाबा और कंपनी कुछ भी कहेंगे और देश इस पर विश्वास करेगा? इस देश ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया है और इस देश के लोग पहले से ही जानते हैं कि पीएम मोदी के पास संविधान बदलने के लिए पहले से ही पर्याप्त बहुमत था, लेकिन हमने ऐसा कभी नहीं किया.'

बीजेपी को क्यों चाहिए 400 सीट?
उन्होंने कहा कि हम देश में राजनीति में स्थिरता लाने के लिए लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतना चाहते हैं. हम अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए, भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए 400 सीटें जीतना चाहते हैं.

गृह मंत्री ने बताया, 'हमें 400 सीटें चाहिए क्योंकि अभी भी हर घर तक साफ पानी नहीं पहुंच पाया है और इस देश में प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में बहुत काम किया जाना है. हम 400 सीटें चाहते हैं क्योंकि हम 70 साल से अधिक उम्र के हर वरिष्ठ नागरिक को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करना चाहते हैं.'

राहुल गांधी के बयान पर टिप्पणी
बता दें कि शाह की यह टिप्पणी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने बीजेपी का जिक्र करते हुए कहा था कि एक राजनीतिक दल ने अपने चुनाव प्रचार में कथित तौर पर वादा किया है कि अगर वे चुनाव जीतेंगे तो संविधान को उखाड़ फेंकेंगे.

कांग्रेस नेता ने कहा था कि यह पहला मौका है जब किसी राजनीतिक दल ने कहा है कि अगर वे सत्ता में आए तो संविधान को उखाड़ फेंकेगे. इस संविधान ने भारत के गरीबों, पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों, किसानों और मजदूरों को अधिकार दिया है.

बड़े कदम के लिए 400 सीट की जरूरत नहीं
अमित शाह से जब पूछा गया कि '400 पार' का नारा किसी बड़े कदम के लिए जरूरी लग रहा है, तो अमित शाह ने कहा कि 400 पार और 272 के बीच ज्यादा फर्क नहीं है और बीजेपी सिर्फ विस्तार चाहती है. हमें किसी बड़े कदम के लिए कभी भी 400 सीटों की जरूरत नहीं थी. हम इसे अभी कर सकते हैं. क्या कोई अपने काम का विस्तार करने की कोशिश नहीं करेगा; क्या बीजेपी अपना विस्तार नहीं करेगी?

कांग्रेस पर साधा निशाना
इस दौरान उन्होंने इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास मेरी पार्टी का नहीं है, लेकिन इंदिरा गांधी के समय बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास कांग्रेस ने किया था. उन्होंने अनुच्छेद बदल दिया. आपातकाल लगाया गया और 1.5 लाख लोगों को बिना किसी कारण के 19 महीने के लिए जेल भेज दिया गया, हमने कभी इसका दुरुपयोग नहीं किया और कोई भी राहुल बाबा को गंभीरता से नहीं लेता है.

केजरीवाल पर भी बोले गृह मंत्री
वहीं, केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए शाह ने कहा, 'मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन जिस तरह से AAP के नेता कोर्ट के फैसले को केजरीवाल की जीत बता रहे हैं, मैं समझाना चाहता हूं. सुप्रीम कोर्ट के समक्ष उनकी याचिका क्या थी?'

उन्होंने कहा कि उनकी गिरफ्तारी अवैध थी लेकिन शीर्ष अदालत ने इसे खारिज कर दिया. फिर उन्होंने अपनी याचिका में संशोधन किया और अदालत से कहा कि आपकी मांग के अनुसार चुनाव में प्रचार करें, हम आपको अंतरिम जमानत दे रहे हैं और आपको 1 जून को आत्मसमर्पण करना होगा.

यह भी पढ़ें- बाराबंकी में पीएम मोदी की जनसभा आज, यहां से कई सीटों पर साधेंगे सियासी समीकरण

नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के उन दावों को खारिज कर दिया है, जिनमें कहा गया भारतीय जनता पार्टी (BJP) संविधान में संशोधन के लिए 400 से अधिक लोकसभा सीटें जीतना चाहती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को पिछले एक दशक से संविधान में बदलाव करने का जनादेश मिला रहा, लेकिन उसने कभी ऐसा नहीं किया.

न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में शाह ने कहा कि पार्टी का 400 से अधिक सीटें हासिल करने का लक्ष्य देश में राजनीतिक स्थिरता लाना है. शाह ने कहा, 'हमें पिछले 10 साल से संविधान बदलने वाला जनादेश मिला है, लेकिन हमने कभी ऐसा नहीं किया. आपको क्या लगता है कि राहुल बाबा और कंपनी कुछ भी कहेंगे और देश इस पर विश्वास करेगा? इस देश ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया है और इस देश के लोग पहले से ही जानते हैं कि पीएम मोदी के पास संविधान बदलने के लिए पहले से ही पर्याप्त बहुमत था, लेकिन हमने ऐसा कभी नहीं किया.'

बीजेपी को क्यों चाहिए 400 सीट?
उन्होंने कहा कि हम देश में राजनीति में स्थिरता लाने के लिए लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतना चाहते हैं. हम अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए, भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए 400 सीटें जीतना चाहते हैं.

गृह मंत्री ने बताया, 'हमें 400 सीटें चाहिए क्योंकि अभी भी हर घर तक साफ पानी नहीं पहुंच पाया है और इस देश में प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में बहुत काम किया जाना है. हम 400 सीटें चाहते हैं क्योंकि हम 70 साल से अधिक उम्र के हर वरिष्ठ नागरिक को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करना चाहते हैं.'

राहुल गांधी के बयान पर टिप्पणी
बता दें कि शाह की यह टिप्पणी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने बीजेपी का जिक्र करते हुए कहा था कि एक राजनीतिक दल ने अपने चुनाव प्रचार में कथित तौर पर वादा किया है कि अगर वे चुनाव जीतेंगे तो संविधान को उखाड़ फेंकेंगे.

कांग्रेस नेता ने कहा था कि यह पहला मौका है जब किसी राजनीतिक दल ने कहा है कि अगर वे सत्ता में आए तो संविधान को उखाड़ फेंकेगे. इस संविधान ने भारत के गरीबों, पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों, किसानों और मजदूरों को अधिकार दिया है.

बड़े कदम के लिए 400 सीट की जरूरत नहीं
अमित शाह से जब पूछा गया कि '400 पार' का नारा किसी बड़े कदम के लिए जरूरी लग रहा है, तो अमित शाह ने कहा कि 400 पार और 272 के बीच ज्यादा फर्क नहीं है और बीजेपी सिर्फ विस्तार चाहती है. हमें किसी बड़े कदम के लिए कभी भी 400 सीटों की जरूरत नहीं थी. हम इसे अभी कर सकते हैं. क्या कोई अपने काम का विस्तार करने की कोशिश नहीं करेगा; क्या बीजेपी अपना विस्तार नहीं करेगी?

कांग्रेस पर साधा निशाना
इस दौरान उन्होंने इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास मेरी पार्टी का नहीं है, लेकिन इंदिरा गांधी के समय बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास कांग्रेस ने किया था. उन्होंने अनुच्छेद बदल दिया. आपातकाल लगाया गया और 1.5 लाख लोगों को बिना किसी कारण के 19 महीने के लिए जेल भेज दिया गया, हमने कभी इसका दुरुपयोग नहीं किया और कोई भी राहुल बाबा को गंभीरता से नहीं लेता है.

केजरीवाल पर भी बोले गृह मंत्री
वहीं, केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए शाह ने कहा, 'मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन जिस तरह से AAP के नेता कोर्ट के फैसले को केजरीवाल की जीत बता रहे हैं, मैं समझाना चाहता हूं. सुप्रीम कोर्ट के समक्ष उनकी याचिका क्या थी?'

उन्होंने कहा कि उनकी गिरफ्तारी अवैध थी लेकिन शीर्ष अदालत ने इसे खारिज कर दिया. फिर उन्होंने अपनी याचिका में संशोधन किया और अदालत से कहा कि आपकी मांग के अनुसार चुनाव में प्रचार करें, हम आपको अंतरिम जमानत दे रहे हैं और आपको 1 जून को आत्मसमर्पण करना होगा.

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