गुवाहाटी: लोकसभा चुनाव 2024 का पहला चरण नजदीक आ गया है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों जोरों से प्रचार कर रहे हैं. राजनीति के मैदान में घमासान तेज होता जा रहा है. बता असम की करें तो यहां पहले चरण में 5 सीटों के लिए मतदान 19 अप्रैल को होगा.
सत्तारूढ़ भाजपा ने अन्य दलों के साथ मिलकर प्रचार अभियान तेज कर दिया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार के तहत आज मंगलवार को असम में रैली को संबोधित किया. गृहमंत्री अमित शाह तिनसुकिया में भी बीजेपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे. चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद पूर्वोत्तर राज्य में चुनाव प्रचार में भाग लेने वाले शाह पहले प्रमुख राष्ट्रीय नेता हैं. शाह दोपहर 1.30 बजे लखीमपुर विधानसभा क्षेत्र के सुकुली भोरिया पहुंचे.
बता दें कि लखीमपुर सीट फिलहाल बीजेपी के कब्जे में है. यहां से सांसद प्रदान बरुआ लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस ने उदय शंकर हजारिका को मैदान में उतारा है.
गृहमंत्री ने महारैली को किया संबोधित
अमित शाह ने लखीमपुर में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 19 जून को आप सभी को यह तय करना होगा कि आप किसे संसद सदस्य के रूप में चाहते हैं, किस पार्टी को सत्तारूढ़ सरकार बनानी चाहिए और आपका प्रधान मंत्री कौन होगा. आपके सामने दो विकल्प हैं... एक है राहुल गांधी की अध्यक्षता वाला INDI गठबंधन. दूसरा, पीएम श्री के उल्लेखनीय नेतृत्व में भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए.
शाह ने कहा कि आपको ये तय करने के लिए वोटिंग करनी है कि आने वाले 5 साल के लिए मोदी जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे. एक बार फिर 400 पार के लक्ष्य के साथ भाजपा की सरकार बनेगी'.
शाह ने कहा, 'कुछ दिन पहले राहुल गांधी कह रहे थे कि हमें असम की संस्कृति को बचाना है. मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि उनकी दादी ने असम के साथ क्या किया था. हजारों युवाओं को गुमराह कर मार डाला गया. वहीं, पीएम मोदी ने 10 से अधिक शांति समझौतों पर हस्ताक्षर किए और असम में स्थिरता लाई. 9000 से अधिक लोग आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं. पिछले 10 वर्षों में अनेक शांति समझौते हुए, विकास का काम हुआ. आने वाले दिनों में असम देश के बाकी राज्यों की तरह एक विकसित राज्य बनेगा'.
गृहमंत्री ने कहा कि 2004 से 2014 तक 10 साल तक देश में UPA और कांग्रेस की सरकार थी. उस सरकार ने 10 वर्षों में सिर्फ 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपये असम के विकास के लिए दिए थे. जबकि दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 4 लाख 15 हजार करोड़ रुपये असम को देने का काम किया है. कांग्रेस ने असम को क्या दिया? 2004 से 2014 तक, असम के लिए आवंटित धनराशि केवल 1,62,000 करोड़ रुपये थी. जबकि, 2014 से अब तक आवंटित धनराशि रु. 4,15,000 करोड़ है.
अपने संबोधन में शाह बोले, 'कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में कहा गया है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ की स्थापना की जाएगी. वहीं, यूसीसी को हम उत्तराखंड में लेकर आए. कांग्रेस कश्मीर में अनुच्छेद 370 का समर्थन करती है और उनके नेता देश के बाकी हिस्सों में इसे हटाने के प्रभावों पर सवाल उठाते हैं'.
अमित शाह ने कहा, 'असम पूर्वोत्तर का दिल है और इसका विकास भारत के विकास से गहन रूप से जुड़ा हुआ है. मोदी जी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने 70 से अधिक बार पूर्वोत्तर का दौरा किया है. अब समय आ गया है, आप असम के बेहतर भविष्य के लिए हमारे उम्मीदवारों को जिताएं'.
शाह करेंगे रोड शो
लखीमपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करने के बाद गृहमंत्री शाह डिब्रूगढ़ लोकसभा क्षेत्र के तहत तिनसुकिया के लिए रवाना होंगे. वह तिनसुकिया शहर के चालिहा नगर से थाना चारियाली तक एक रोड शो में हिस्सा लेंगे. शाह तिनसुकिया में डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के लिए प्रचार करेंगे.
गौरतलब है, डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी के सर्बानंद सोनोवाल, यूनाइटेड अपोजिशन यूनिटी फोरम के साझा उम्मीदवार लुरिनज्योति गोगोई और 'आप' के मनोज धनवार के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है.
दोनों अभियानों के दौरान मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा अमित शाह के साथ मौजूद रहेंगे. पिछले आम चुनाव 2019 में, सत्तारूढ़ भाजपा 9 सीटें जीतने में सफल रही थी. इस बार पार्टी का कम से कम 11 सीटें जीतने का लक्ष्य है. भगवा पार्टी वांछित परिणाम हासिल करने के लिए अपना प्रयास जारी रखे हुए है.
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