नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की नई सूची जारी है, जिसमें 17 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई है. कांग्रेस उम्मीदवारों की नई सूची में आंध्र प्रदेश की पांच, बिहार की तीन, ओडिशा की आठ और पश्चिम बंगाल की एक सीट शामिल है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला को कांग्रेस ने कडपा से मैदान में उतारा है. उनका सामना अपने चचेरे भाई और मौजूदा वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद वाईएस अविनाश रेड्डी से होगा. बता दें, वाईएस शर्मिला ने हाल ही में अपनी वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था. इसके बाद कांग्रेस उन्हें पार्टी की आंध्र प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था.
कडपा के अलावा कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश की काकीनाडा, राजमुंदरी, बापतला और कुरनूल सीटों पर भी उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एमएम पल्लम राजू को काकीनाडा और जेडी सीलम को बापतला से टिकट दिया है.
आंध्र प्रदेश में कांग्रेस मामलों के प्रभारी सचिव सीडी मयप्पन ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस आंध्र प्रदेश में दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी की विरासत की एकमात्र दावेदार है. वाईएस शर्मिला उनकी बेटी हैं और कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष हैं. वह लोकप्रिय नेता हैं. उन्हें चुनाव मैदान में उतारने से स्पष्ट है कि कांग्रेस आम चुनाव को लेकर काफी गंभीर है.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की विरासत के लिए उनके बेटे और मौजूदा मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और बेटी वाईएस शर्मिला रेड्डी के बीच लड़ाई थी. इस कारण कांग्रेस ने वाईएस शर्मिला को पार्टी में शामिल किया.
कांग्रेस को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहीं शर्मिला
आंध्र प्रदेश में कांग्रेस, सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी और भाजपा-टीडीपी गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला होगा। मयप्पन ने कहा कि पार्टी की कमान संभालने के बाद से शर्मिला आंध्र प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर पर कड़ी मेहनत कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने पिछले पांच वर्षों में कुछ नहीं किया है. इससे पहले टीडीपी सरकार ने भी कुछ नहीं किया था. राज्य की जनता दोनों पार्टियों को देख चुकी है. अब उन्हें दोनों दलों से कोई उम्मीद नहीं है.
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग है, लेकिन पिछली राज्य सरकारों और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि हमने वादा किया है कि अगर कांग्रेस की केंद्रमें सरकार बनती है तो आंध्र प्रदेश को फौरन विशेष राज्य का दर्जा दिया जाएगा.
कटिहार से तारिक अनवर को टिकट
वहीं बिहार की कटिहार सीट से तारिक अनवर को टिकट दिया गया है. कांग्रेस ने बिहार की किशनगंज सीट से मोहम्मद जावेद और भागलपुर से अजीत शर्मा को उम्मीदवार बनाया है. पश्चिम बंगाल की दार्जिलिंग सीट से डॉ. मुनीष तमांग को मैदान में उतारा है. मुनीष ने हाल ही में अपने संगठन भारतीय गोरखा परिसंघ का कांग्रेस में विलय किया था.
आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 114 उम्मीदवारों की घोषणा
इसके साथ ही कांग्रेस आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 114 उम्मीदवारों की सूची जारी की. बता दें, आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए राज्य विधानसभा के लिए चुनाव होने हैं. कांग्रेस आंध्र प्रदेश में सीपीआई और सीपीआई (एम) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. आंध्र प्रदेश में विधानसभा की कुल 175 सीटों और लोकसभा की 25 सीटों के लिए 13 मई को चुनाव होगा और चुनाव नतीजे चार जून को घोषित किए जाएंगे.
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