जांजगीर चांपा: जिले से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. यहां तालाब में नहाने गए बच्चे के गले में जिंदा मछली फंस गई. इसकी जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर मछली निकालने का प्रयास किया. हालांकि बच्चे की हालत बिगड़ने लगी. इसके बाद डायल 112 की मदद से बच्चे को अकलतरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया. यहां से बच्चे को बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया गया. फिलहाल बच्चे के गले में छेद कर स्वास नली बनाई गई, फिर 8 सेंटीमीटर की मछली गले से निकाली गई. फिलहाल अभी बच्चे को ऑब्जेर्वेशन में रखा गया है.
ये है पूरा मामला: ये पूरा मामला जांजगीर चांपा के अकलतरा थाना क्षेत्र का है. यहां करुमहु गांव में 14 साल का समीर गोड तालाब में शुक्रवार सुबह नहाने गया था. नहाते समय बच्चे के मुंह में मछली घुस गई और गले में जा फंसी. इसकी जानकारी के बाद स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर बच्चे के मुंह से मछली निकालने का प्रयास किया. हालांकि वो सफल नहीं हो पाए. इस बीच बच्चे की हालत बिगड़ने लगी. इसके बाद डायल 112 की मदद से बच्चे को अलकतरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया.
बच्चे के गले में फंसी मछली को निकालने का प्रयास किया गया. चूंकि मछली मुंह और स्वास नली के बीच फंसी थी, इसलिए उसे निकालने में समस्या हो रही थी. प्रयास कर आधा मछली निकाला गया है. बच्चे को इंजेक्शन लगा कर गला शून्य कर निकाला जा सकता था, हालांकि सुविधाओं की कमी के कारण सिम्स अस्पताल रेफर किया गया है. -डॉ रोहित कुमार पैकरा, चिकित्सक, अकलतरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
सिम्स में चल रहा बच्चे का इलाज: अकलतरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी चिकित्सकों ने अपने स्तर पर बच्चे के मुंह से मछली निकालने का प्रयास किया, हालांकि वो सफल नहीं हो पाए. इसके बाद बच्चे को बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया गया. सिम्स में बच्चे के गले में छेद करके मछली को निकाल लिया गया है. बच्चे को ऑबर्जर्वेशन में रखा गया है.
बच्चे के गले में छेद कर स्वास नली बनाई गई. 8 सेंटीमीटर के मछली को गले से निकाल लिया गया है. अभी बच्चे को ऑब्जेर्वेशन मे रखा गया है.-डॉ राम कृष्ण कश्यप, सिम्स चिकित्सक
चिकित्सकों की मानें तो बच्चे के गले में जो मछली फंसी हुई थी, वो कांटे वाली मछली थी. कई डॉक्टर्स की टीम बच्चे का इलाज कर रही थी.