रांची: अब तक देखा है कि बीजेपी और कांग्रेस जैसी पार्टियों ने कई बड़े फिल्मी सितारों को चुनाव में मौका दिया है इसमें अमिताभ बच्चन, शत्रुघ्न सिन्हा, जया प्रदा, जया भादुरी, धर्मेंद्र, राजेश खन्ना, सुनील दत्त, विनोद खन्ना, सनी देओल, परेश रावल, किरण खेर, गोविंदा, मिथुन चक्रवती ने चुनावी मैदान में अपना किस्मत आजमाया और वह सदन तक के सफर को तय करने में सफल रहे.
सिर्फ हिंदी फिल्म के स्टार ही नहीं बल्कि भोजपुरी और बंगला फिल्मों के स्टार ने भी चुनाव मैदान में उतरकर खुद को सांसद के रूप में लोगों के सामने अपनी पहचान बनाई. भोजपुरी स्टार में मनोज तिवारी, रवि किशन, दिनेश यादव, पवन सिंह सहित कई कलाकारों ने सदन में अपना स्थान बनाया तो वहीं, बांग्ला कलाकारों में भी लॉकेट चटर्जी, हिरण चटर्जी, दीपक अधिकारी ने भी सिनेमा में बड़ा मुकाम हासिल करने के बाद लोगों के बीच चुनाव लड़ा और अब वे सभी किसी न किसी रूप में बड़े नेता में शुमार हैं.
बड़े पार्टियों की तरह अब छोटी पार्टी भी फिल्मी जगत से जुड़े कलाकारों को लाकर चुनावी मैदान में उतार रही है. झारखंड में हो रहे 2024 के लोकसभा चुनाव में समानता पार्टी ने कई ऐसे प्रत्याशियों को उतारने का काम किया है. जो फिल्म जगत से जुड़े हुए हैं.
राष्ट्रीय समानता पार्टी के उपाध्यक्ष प्रमोद कुशवाहा बताते हैं कि रांची से फिल्म निर्देशक श्रीराम डाल्टन और चतरा से गायक मेघा श्रीराम चुनावी मैदान में उतरी हैं. उन्होंने कहा कि देश में जब भी चुनाव हुए हैं तो फिल्म कलाकार एमपी के चुनाव में खड़े हुए हैं और लोगों ने उन्हें सदन तक पहुंचाने का काम भी किया है. क्योंकि फिल्म कलाकार के प्रति लोगों की यह मंशा होती है कि वह लोगों की समस्या को भली भांति जानते हैं. लोगों का यह मानना है कि फिल्म कलाकार जब किसी फिल्म पर काम करते हैं तो आम लोगों की समस्याओं को करीब से समझते हैं और उनके दर्द को कम करने का प्रयास करते हैं. इसलिए फिल्म कलाकारों को लोग चुनाव मैदान में ज्यादा पसंद करते हैं.
वहीं, रांची लोकसभा क्षेत्र से अपना किस्मत आजमा रहे फिल्म निर्देशक श्री राम डाल्टन बताते हैं कि उन्होंने कई फिल्मों का निर्माण किया. उन्होंने बताया कि फिल्म के क्षेत्र में उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
"द लास्ट बहरूपिया" नाम की फिल्म के लिए उन्हें नेशनल फिल्म अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है, लेकिन फिल्म बनाने के दौरान उन्होंने जब आम लोगों की परेशानियों को देखा तो उन्होंने यह तय किया कि अपने राज्य और देश की जनता की सेवा के लिए वह चुनाव में अपना किस्मत आजमाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर वह जीते हैं तो रांची लोकसभा को भारत के बेहतरीन शहर में कैसे शुमार किया जाए इस पर वह काम करेंगे. उन्होंने बताया कि रांची की जनता उन्हें पहले से ही जानती है. लोगों को पता है कि झारखंड में फिल्म निर्माण की काफी स्कोप है. ऐसे में अगर वह अपना सांसद फिल्म से जुड़े लोगों को बनाते हैं तो निश्चित रूप झारखंड के युवाओं के लिए फिल्म एक रोजगार का माध्यम बनेगा.
वहीं, चतरा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही गायिका मेघा श्री राम बताती हैं कि फिल्म बनाने के दौरान उन्होंने जाना कि भारत के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से महरूम है. आज भी झारखंड में कई ऐसे कलाकार हैं जिन्हें सीखने के लिए मुंबई या फिर पुणे जैसे शहरों का रुख करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि झारखंड में खिलाड़ी और कलाकार दोनों ही काफी संख्या में हैं. झारखंड के हर घर में एक्टर और खिलाड़ी पैदा होता है, लेकिन माहौल नहीं मिलने की वजह से वह बेहतर स्थान तक नहीं जा पाते हैं. इसलिए उन्होंने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया ताकि झारखंड के कलाकारों को सही सम्मान दिला सकें. मेघा श्री राम ने बताया कि अजय देवगन की शिवाय मूवी और डीआईडी के जज बनने के बाद भी उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता की समस्याओं को नहीं भूला और वह हमेशा ही झारखंड के स्थानीय कलाकारों के साथ मिलकर उनकी समस्याओं के समाधान में जुटी रही.
गौरतलब है कि बड़ी-बड़ी पार्टियां ने तो बड़े-बड़े सुपरस्टार के नाम को भुनाकर लोकसभा में सदस्यों की संख्या बढ़ा ली अब देखने वाली बात होगी की छोटी पार्टी अब फिल्मी कलाकारों के कंधों पर सवार होकर लोकसभा तक का सफर करने में कितना सफल हो पाती है.
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