श्रीनगर: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पेश किए गए जम्मू-कश्मीर के नए बजट पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस बजट का उद्देश्य राज्य में पर्यटन समेत विभिन्न क्षेत्रों को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय चिंताओं को दूर करना है. उपराज्यपाल ने बजट के समग्र दृष्टिकोण की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि यह बजट 'विकसित भारत' के साथ-साथ 'विकसित जम्मू कश्मीर 'की बुनियाद रखेगा. इसमें किसान, महिला, युवा और गरीबों पर ध्यान केंद्रित किया गया है.
एलजी ने आगे कहा कि बजट जैविक खेती को बढ़ावा देने और युवाओं के लिए आजीविका के नए अवसर पैदा करने वाला है. राज्यपाल सिन्हा ने कि यह बजट व्यापक है. इसमें पर्यटन समेत जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा, "इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर की चिंताओं को दूर करना, पर्यावरण की रक्षा के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देना और युवाओं के लिए आजीविका के नए अवसर पैदा करना है."
'कुछ लोग शांति को पचा नहीं सकते'
SKICC में एक कार्यक्रम में सिन्हा ने क्षेत्र में हाल की अशांति को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा, "कुछ लोग शांति को पचा नहीं सकते. अतीत में उनसे निपटा गया था और उसी के अनुसार निपटा जाएगा. मुझे विश्वास है कि अगले दो से तीन महीनों में स्थिति फिर से सामान्य हो जाएगी."
वित्त मंत्री ने पेश किया जम्मू कश्मीर का बजट
सिन्हा ने आश्वासन दिया कि क्षेत्र की प्रगति और पर्यटन वृद्धि को बाधित करने के प्रयासों से उचित तरीके से निपटा जाएगा. इससे पहले मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जम्मू कश्मीर के लिए 1.18 लाख करोड़ रुपये का बजट लोकसभा में पेश किया था.
उन्होंने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिएन्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम के तहत 3.50 लाख युवाओं को साक्षर बनाने का टारगेट रखा है. उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में जम्मू-कश्मीर 20 नेशनल लेवल के खेलों की मेजबानी करेगा. इसमें विभिन्न खेलों के देश भर से नामी खिलाड़ी प्रदेश में खेलने आएंगे.
साथ ही उन्होंने बजट में पर्यटन पर भी फोकस रखा है, खासकर जम्मू में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई घोषणाएं की गई हैं. साथ ही पटनीटॉप में 425 फुट ऊंचा तिरंगा फहराया जाएगा, ताकि पर्यटन के लिए यहां आने वाले लोग सेल्फी ले सकें.