ETV Bharat / bharat

जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज पंचतत्व में विलीन, पूरे देश में शोक की लहर, श्रद्धांजलि देते वक्त भावुक हुए पीएम मोदी

Acharya Vidyasagar Ji Maharaj: डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर जैन मुनि आचार्य विद्यासागरजी महाराज पंचतत्व में विलीन हो गए. उनके निधन से जैन समाज में शोक की लहर है. पीएम मोदी सहित कई दिग्गज नेताओं ने सोशल मीडिया पर जैन मुनि विद्यासागरजी महाराज को नमन किया. पीएम मोदी उन्हें याद करते हुए भावुक हो गए. बीजेपी के दिल्ली राष्ट्रीय अधिवेशन में जैन मुनि आचार्य विद्यासागरजी महाराज के लिए बीजेपी नेताओं ने मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. sallekhana, Renowned Jain seer Acharya Vidyasagar Maharaj

Jain sage Acharya Vidyasagarji Maharaj passes away
जैन मुनि आचार्य विद्यासागरजी महाराज का निधन
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Feb 18, 2024, 3:54 PM IST

Updated : Feb 18, 2024, 10:33 PM IST

जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज पंचतत्व में विलीन

राजनांदगांव/ नई दिल्ली : जैन संत आचार्य विद्यासागर महाराज डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी पर्वत पर पंचतत्व में विलीन हो गए. इससे पहले उन्होंने रविवार सुबह ढाई बजे सल्लेखना के बाद अंतिम सांस ली. जैन धर्म में सल्लेखना एक धार्मिक प्रथा है. जिसमें आध्यात्मिक शुद्धि के लिए खुद की इच्छा से आमरण उपवास किया जाता है. जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के देवलोक गमन पर पूरे देश में शोक की लहर है. Jain seer Acharya Vidyasagar Maharaj

अंतिम दर्शन को पहुंचे भक्त: विश्व विख्यात जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज एक महान विभूति थे. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के देवलोक गमन के बाद जैन समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का समाधि स्थल डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर बनाया जाएगा. यहां पूरे जिले ही नहीं देश के अलग-अलग राज्यों से जैन समुदाय के लोग पहुंचते हैं. रविवार को हजारों की तादाद में लोग यहां आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का अंतिम दर्शन कर रहे हैं.

अंत समय में त्यागा अन्न जल: इस बारे में पद्मश्री डॉक्टर पुखराज बाफना ने बताया कि, "आचार्य श्री विद्यासागर जी का जीवन सात्विक रहा है. वह एक महान विभूति थे और पूरे समाज के लिए उन्होंने योगदान दिया. वह सात्विक जीवन जीते थे और अंग्रेजी दवाइयों से कोसों दूर रहते थे. पूरे विश्व में जितने जैन समुदाय के लोग हैं, उनके लिए एक परमात्मा की तरह पूजनीय थे. आज वह हमारे बीच नहीं रहे. उनका जीवन सरल रहा है. जीवन के आखिरी क्षण तक शक्कर, नमक, मिर्च, मसाले और अंग्रेजी दवाइयां इन सभी का त्याग करके उन्होंने रखा था. उनके जैसी विरल विभूति नहीं मिलेगी. वह अपने आप में एक महान हस्ती थे. उनका जाना जैन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है."

बीजेपी नेताओं ने विद्यासागर महाराज को किया नमन: नई दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जैन मुनि विद्यासागर महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद बीजेपी नेताओं ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें नमन किया

आचार्य श्री विद्यासागर जी का ब्रह्मलीन होना अपूरणीय क्षति: पीएम मोदी ने एक्स पर अपने विचार व्यक्त करते हुए जैन संत आचार्य विद्यासागर महाराज को अपनी श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा कि "आचार्य श्री 108 विधासागर जी महाराज का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है. लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे. उन्होंने पूरी जिंदगी गरीबी को मिटाने के खिलाफ लड़ाई लड़ी. इसके अलावा उन्होंने समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने का काम किया. यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे निरंतर उनका आशीर्वाद मिलता रहा. पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी जैन मंदिर में उनसे हुई भेंट मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी. तब आचार्य जी से मुझे भरपूर स्नेह और आशीष प्राप्त हुआ था. समाज के लिए उनका अप्रतिम योगदान देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा". पीएम मोदी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में संत आचार्य विद्यासागर महाराज को नमन किया और उनको याद करते हुए भावुक हो गए.

गृह मंत्री अमित शाह ने विद्यासागर महाराज को दी श्रद्धांजलि: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज के बह्मलीन होने को समाज के लिए बड़ी क्षति बताया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि" महान संत परमपूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जैसे महापुरुष का ब्रह्मलीन होना, देश और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्होंने अपनी अंतिम साँस तक सिर्फ मानवता के कल्याण को प्राथमिकता दी. मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूँ कि ऐसे युगमनीषी का मुझे सान्निध्य, स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहा"

सीएम विष्णुदेव साय ने किया नमन: छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर भावपूर्ण संदेश लिखा और आचार्य विद्यासागर जी को नमन किया. उन्होंने लिखा कि" विश्व वंदनीय, राष्ट्र संत आचार्य श्री विद्यासागर महामुनिराज जी के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी तीर्थ में सल्लेखना पूर्वक समाधि का समाचार प्राप्त हुआ.छत्तीसगढ़ सहित देश-दुनिया को अपने ओजस्वी ज्ञान से पल्लवित करने वाले आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को देश व समाज के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्य, उनके त्याग और तपस्या के लिए युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा.आध्यात्मिक चेतना के पुंज आचार्य श्री विद्यासागर जी के श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन." इसके साथ ही सीएम साय ने छत्तीसगढ़ में आधे दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है.

बता दें कि डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी स्थित पर्वत पर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज जैन मुनि का समाधि स्थल बनाया जाएगा.हजारों की संख्या में जैन समुदाय के लोग रविवार को डोंगरगढ़ पहुंचे हैं. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का अंतिम दर्शन कर रहे हैं. हजारों की संख्या में जैन समाज के लोग, जैन अनुयायी, जैन आचार्य और गुरु यहां मौजूद रहे. इसके साथ ही गणमान्य नागरिक भी भारी संख्या में आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दर्शन के लिए पहुंचे हुए हैं.

जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज ने ली समाधि, डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी तीर्थ में त्यागा शरीर, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी हुए ब्रम्हलीन, छत्तीसगढ़ में आधे दिन का राजकीय शोक घोषित
क्या होता है सल्लेखना का मतलब, जैन समाज में क्या है इसका महत्व, जानिए

जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज पंचतत्व में विलीन

राजनांदगांव/ नई दिल्ली : जैन संत आचार्य विद्यासागर महाराज डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी पर्वत पर पंचतत्व में विलीन हो गए. इससे पहले उन्होंने रविवार सुबह ढाई बजे सल्लेखना के बाद अंतिम सांस ली. जैन धर्म में सल्लेखना एक धार्मिक प्रथा है. जिसमें आध्यात्मिक शुद्धि के लिए खुद की इच्छा से आमरण उपवास किया जाता है. जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के देवलोक गमन पर पूरे देश में शोक की लहर है. Jain seer Acharya Vidyasagar Maharaj

अंतिम दर्शन को पहुंचे भक्त: विश्व विख्यात जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज एक महान विभूति थे. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के देवलोक गमन के बाद जैन समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का समाधि स्थल डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर बनाया जाएगा. यहां पूरे जिले ही नहीं देश के अलग-अलग राज्यों से जैन समुदाय के लोग पहुंचते हैं. रविवार को हजारों की तादाद में लोग यहां आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का अंतिम दर्शन कर रहे हैं.

अंत समय में त्यागा अन्न जल: इस बारे में पद्मश्री डॉक्टर पुखराज बाफना ने बताया कि, "आचार्य श्री विद्यासागर जी का जीवन सात्विक रहा है. वह एक महान विभूति थे और पूरे समाज के लिए उन्होंने योगदान दिया. वह सात्विक जीवन जीते थे और अंग्रेजी दवाइयों से कोसों दूर रहते थे. पूरे विश्व में जितने जैन समुदाय के लोग हैं, उनके लिए एक परमात्मा की तरह पूजनीय थे. आज वह हमारे बीच नहीं रहे. उनका जीवन सरल रहा है. जीवन के आखिरी क्षण तक शक्कर, नमक, मिर्च, मसाले और अंग्रेजी दवाइयां इन सभी का त्याग करके उन्होंने रखा था. उनके जैसी विरल विभूति नहीं मिलेगी. वह अपने आप में एक महान हस्ती थे. उनका जाना जैन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है."

बीजेपी नेताओं ने विद्यासागर महाराज को किया नमन: नई दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जैन मुनि विद्यासागर महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद बीजेपी नेताओं ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें नमन किया

आचार्य श्री विद्यासागर जी का ब्रह्मलीन होना अपूरणीय क्षति: पीएम मोदी ने एक्स पर अपने विचार व्यक्त करते हुए जैन संत आचार्य विद्यासागर महाराज को अपनी श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा कि "आचार्य श्री 108 विधासागर जी महाराज का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है. लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे. उन्होंने पूरी जिंदगी गरीबी को मिटाने के खिलाफ लड़ाई लड़ी. इसके अलावा उन्होंने समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने का काम किया. यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे निरंतर उनका आशीर्वाद मिलता रहा. पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी जैन मंदिर में उनसे हुई भेंट मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी. तब आचार्य जी से मुझे भरपूर स्नेह और आशीष प्राप्त हुआ था. समाज के लिए उनका अप्रतिम योगदान देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा". पीएम मोदी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में संत आचार्य विद्यासागर महाराज को नमन किया और उनको याद करते हुए भावुक हो गए.

गृह मंत्री अमित शाह ने विद्यासागर महाराज को दी श्रद्धांजलि: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज के बह्मलीन होने को समाज के लिए बड़ी क्षति बताया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि" महान संत परमपूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जैसे महापुरुष का ब्रह्मलीन होना, देश और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्होंने अपनी अंतिम साँस तक सिर्फ मानवता के कल्याण को प्राथमिकता दी. मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूँ कि ऐसे युगमनीषी का मुझे सान्निध्य, स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहा"

सीएम विष्णुदेव साय ने किया नमन: छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर भावपूर्ण संदेश लिखा और आचार्य विद्यासागर जी को नमन किया. उन्होंने लिखा कि" विश्व वंदनीय, राष्ट्र संत आचार्य श्री विद्यासागर महामुनिराज जी के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी तीर्थ में सल्लेखना पूर्वक समाधि का समाचार प्राप्त हुआ.छत्तीसगढ़ सहित देश-दुनिया को अपने ओजस्वी ज्ञान से पल्लवित करने वाले आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को देश व समाज के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्य, उनके त्याग और तपस्या के लिए युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा.आध्यात्मिक चेतना के पुंज आचार्य श्री विद्यासागर जी के श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन." इसके साथ ही सीएम साय ने छत्तीसगढ़ में आधे दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है.

बता दें कि डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी स्थित पर्वत पर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज जैन मुनि का समाधि स्थल बनाया जाएगा.हजारों की संख्या में जैन समुदाय के लोग रविवार को डोंगरगढ़ पहुंचे हैं. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का अंतिम दर्शन कर रहे हैं. हजारों की संख्या में जैन समाज के लोग, जैन अनुयायी, जैन आचार्य और गुरु यहां मौजूद रहे. इसके साथ ही गणमान्य नागरिक भी भारी संख्या में आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दर्शन के लिए पहुंचे हुए हैं.

जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज ने ली समाधि, डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी तीर्थ में त्यागा शरीर, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी हुए ब्रम्हलीन, छत्तीसगढ़ में आधे दिन का राजकीय शोक घोषित
क्या होता है सल्लेखना का मतलब, जैन समाज में क्या है इसका महत्व, जानिए
Last Updated : Feb 18, 2024, 10:33 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.