शिवमोगा/बेंगलुरु: शिवमोगा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने पर अड़े कर्नाटक भाजपा के बागी नेता केएस ईश्वरप्पा ने चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर का उपयोग करने के संबंध में जिला अदालत में एक कैविएट याचिका दायर की है. क्योंकि उन्हें लग रहा था कि यदि भाजपा नेता इस संबंध में अर्जी दायर करते हैं तो अदालत बागी नेता को पीएम मोदी की तस्वीरों का इस्तेमाल न करने का निर्देश दे सकती है.
राघवेंद्र ने ईश्वरप्पा का उड़ाया मजाक
इस संबंध में भाजपा के शिवमोगा उम्मीदवार और सांसद बीवाई राघवेंद्र तथा ईश्वरप्पा के बीच पहले से ही जुबानी जंग जारी है. राघवेंद्र ने चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी की तस्वीरें इस्तेमाल करने पर ईश्वरप्पा का मजाक उड़ाया था. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूदा सांसद बीवाई राघवेंद्र ने जवाब दिया कि, वे शिमोगा लोकसभा क्षेत्र के लिए बीजेपी का आधिकारिक उम्मीदवार हैं. उन्होंने कहा कि केवल बीजेपी को ही मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल करने का अधिकार है.
पीएम मोदी किसके हैं?
इस पर ईश्वरप्पा ने कहा था कि पीएम मोदी राघवेंद्र के पिता की संपत्ति नहीं हैं. ईश्वरप्पा अपने बेटे केई कंथेश को हावेरी लोकसभा सीट से टिकट नहीं देने के भाजपा के फैसले से नाराज हैं. हालाँकि, वह भाजपा उम्मीदवार राघवेंद्र को हराने के लिए शिवमोग्गा से चुनाव लड़ रहे हैं, जो पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के बेटे हैं. ईश्वरप्पा ने कहा है कि येदियुरप्पा ने उन्हें धोखा दिया है. ईश्वरप्पा ने येदियुरप्पा के एक और बेटे बी.वाई. विजयेंद्र को कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष पद से हटवाने की भी कसम खाई है. ईश्वरप्पा ने घोषणा की थी कि वह 12 अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बेंगलुरु दौरे के दौरान व्यक्तिगत रूप से उनसे फोन पर बात की थी.
ईश्वरप्पा पीएम मोदी की तस्वीर का उपयोग नहीं कर सकते
बेंगलुरु के मल्लेश्वर में मीडिया सेंटर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा कि, 'ईश्वरप्पा को चुनाव प्रचार में पीएम मोदी की तस्वीर का उपयोग करने का कोई अधिकार नहीं है. सिर्फ बीजेपी ही राजनीतिक तौर पर और चुनाव के दौरान मोदी की फोटो का इस्तेमाल करने के लिए अधिकृत है. ईश्वरप्पा अनाधिकारिक तौर पर मोदी की फोटो का इस्तेमाल कर रहे हैं. कानूनी कार्रवाई हमारी लीगल सेल द्वारा की जाएगी. अशोक ने जवाब दिया, ईश्वरप्पा के नामांकन जमा करने के बाद कार्रवाई की जाएगी.'
क्या बोले ईश्वरप्पा
ईश्वरप्पा ने कहा था, "गृह मंत्री अमित शाह ने मुझसे मुलाकात नहीं की. उनके कार्यालय ने मुझे बताया कि वह अनुपलब्ध हैं. मैं मानता हूं कि यह उनकी ओर से संकेत है कि मैं एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर आगे बढ़ सकता हूं." ईश्वरप्पा ने कहा, "अगर अमित शाह ने मुझसे एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के लिए कहा होता, तो मैं वापस लेने के लिए मजबूर हो जाता। उन्होंने अन्य नेताओं से मेरी उम्मीदवारी और मेरे द्वारा उनके सामने उठाए गए सवालों के बारे में बात की होगी। उन्हें इस बात पर यकीन हो गया होगा कि मेरा संघर्ष विवेकपूर्ण है. "मैं एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा. भाजपा शिवमोग्गा संसदीय क्षेत्र को छोड़कर सभी 28 सीटें जीतने जा रही है. वहां मैं एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विजयी होऊंगा. अगर मैं प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन नहीं करता हूं तो मैं बेकार महसूस करूंगा. अपनी जीत हासिल करने के बाद शिवमोग्गा से मैं अपनी जीत प्रधानमंत्री मोदी को समर्पित करूंग."
सोमशेखर को नोटिस
वहीं दूसरी तरफ पार्टी के खिलाफ काम कर रहे बीजेपी विधायक एसटी सोमशेखर को भी नोटिस दिया गया है. इसकी शिकायत विधानसभा अध्यक्ष से भी की गयी है. अशोक ने कहा, सोमशेखर के पास अभी भी भाजपा के लिए काम करने का अवसर है.