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शिकायत करने वाले शख्स ने ही पैसे चुराए! ATM लूट कांड पर केरल पुलिस का बड़ा खुलासा

Koyilandy ATM Robbery Case: एटीएम डकैती मामले में एक नाटकीय मोड़ में, केरल पुलिस ने खुलासा किया कि कोझिकोड में चौंकाने वाली एटीएम डकैती की घटना में पीड़ित इंडिया वन एटीएम का कर्मचारी वास्तव में घोटाले के दोषियों में से एक था, और पूरा प्रकरण फर्जी था.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 3 hours ago

Koyilandy ATM Robbery Case
कोझिकोड ग्रामीण एसपी निधिन राज (ETV Bharat)

कोझिकोड: केरल में एटीएम (ATM) डकैती मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करके सबको चौंका दिया है. पुलिस के मुताबिक, जिस व्यक्ति ने पैसों की लूट की शिकायत की थी. दरअसल, वही शख्स आरोपी निकला. नकदी से जुड़ा यह फर्जीवाड़ा का मामला कोझिकोड जिले के कोइलांडी एटीएम के सामने एक शख्स से लूट से जुड़ा हुआ है.

केरल पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि, नकदी लूट का यह सारा प्रकरण झूठ की बुनियाद पर टिका हुआ था. पुलिस के मुताबिक, एटीएम में डाले जाने वाले नकदी का घोटाला करने वाला शख्स सुहैल इंडिया वन एटीएम का कर्मचारी है. पहले उसने खुद को पीड़ित बताया था. सुहैल ने पुलिस से शिकायत की थी कि, जब वह एटीएम में नकदी भरने जा रहा था, तब अज्ञात लोगों ने उस पर हमला किया और उससे पैसे लूट लिए.

अब, पुलिस ने सुहैल को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है, क्योंकि इस बात के सबूत मिले हैं कि उसने पैसों का घोटाला करने के लिए पूरी घटना को फर्जी बनाया था. कोझीकोड ग्रामीण एसपी निधिन राज ने कहा कि आरोपी ने महीनों की योजना के बाद पैसे की धोखाधड़ी को अंजाम दिया. घटना के पीछे मुख्य मास्टरमाइंड ताहा नाम का व्यक्ति है. पुलिस ने उसके पास से 37 लाख रुपये बरामद किए.

पय्योली के निवासी सुहैल ने दावा किया था कि नियमित नकदी वितरण के दौरान कट्टिल पीडिका के पास अज्ञात लोगों ने उस पर हमला किया था. उसने आरोप लगाया कि कुरुदिमुक जाते समय उसने अपनी गाड़ी रोक दी, क्योंकि कथित तौर पर एक महिला उससे टकरा गई थी. इस दौरान, उसने बताया कि एक नकाबपोश गिरोह ने उस पर हमला किया और पैसे चुरा लिए.

शुरू में, सुहैल ने बताया कि 25 लाख रुपये गायब थे, लेकिन बाद में पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की, जिसमें बताया गया कि कुल 72.40 लाख रुपये की राशि गायब थी. उसने आगे दावा किया कि सिर पर चोट लगने के बाद वह बेहोश हो गया था और होश में आने पर ही उसे एहसास हुआ कि उसे जंगल में छोड़ दिया गया है.

हालांकि, पुलिस को सुहैल ने जिस तरह से लूट की घटना का वर्णन किया, उससे पुलिस को शक हुआ. उसकी आंखों में मिर्ची का पाउडर झोंके जाने और सिर पर चोट लगने की बात भी झूठ साबित हुई. मेडिकल जांच में आरोपी सोहैल के सिर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले. पुलिस की जांच में आरोपी की आंखों में मिर्ची पाउडर के अवशेष नहीं मिले. वहीं सबसे बड़ी बात कार की पिछली खिड़की भी नीची थी. जिससे पुलिस का आरोपी पर शक और ज्यादा गहरा हो गया.

दो दिनों की विस्तृत जांच और पूछताछ के बाद, अधिकारियों ने निष्कर्ष निकाला कि सुहैल ने पैसों की लूट की एक मनगंढ़त कहानी बनाई थी. जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने सुहैल को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस जांच जारी रहने के दौरान उसके साथियों से भी पूछताछ कर रही है.

ये भी पढ़ें: चोरों ने मलयालम लेखक के घर को बनाया निशाना, बेशकीमती गहने लेकर हुए फरार

कोझिकोड: केरल में एटीएम (ATM) डकैती मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करके सबको चौंका दिया है. पुलिस के मुताबिक, जिस व्यक्ति ने पैसों की लूट की शिकायत की थी. दरअसल, वही शख्स आरोपी निकला. नकदी से जुड़ा यह फर्जीवाड़ा का मामला कोझिकोड जिले के कोइलांडी एटीएम के सामने एक शख्स से लूट से जुड़ा हुआ है.

केरल पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि, नकदी लूट का यह सारा प्रकरण झूठ की बुनियाद पर टिका हुआ था. पुलिस के मुताबिक, एटीएम में डाले जाने वाले नकदी का घोटाला करने वाला शख्स सुहैल इंडिया वन एटीएम का कर्मचारी है. पहले उसने खुद को पीड़ित बताया था. सुहैल ने पुलिस से शिकायत की थी कि, जब वह एटीएम में नकदी भरने जा रहा था, तब अज्ञात लोगों ने उस पर हमला किया और उससे पैसे लूट लिए.

अब, पुलिस ने सुहैल को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है, क्योंकि इस बात के सबूत मिले हैं कि उसने पैसों का घोटाला करने के लिए पूरी घटना को फर्जी बनाया था. कोझीकोड ग्रामीण एसपी निधिन राज ने कहा कि आरोपी ने महीनों की योजना के बाद पैसे की धोखाधड़ी को अंजाम दिया. घटना के पीछे मुख्य मास्टरमाइंड ताहा नाम का व्यक्ति है. पुलिस ने उसके पास से 37 लाख रुपये बरामद किए.

पय्योली के निवासी सुहैल ने दावा किया था कि नियमित नकदी वितरण के दौरान कट्टिल पीडिका के पास अज्ञात लोगों ने उस पर हमला किया था. उसने आरोप लगाया कि कुरुदिमुक जाते समय उसने अपनी गाड़ी रोक दी, क्योंकि कथित तौर पर एक महिला उससे टकरा गई थी. इस दौरान, उसने बताया कि एक नकाबपोश गिरोह ने उस पर हमला किया और पैसे चुरा लिए.

शुरू में, सुहैल ने बताया कि 25 लाख रुपये गायब थे, लेकिन बाद में पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की, जिसमें बताया गया कि कुल 72.40 लाख रुपये की राशि गायब थी. उसने आगे दावा किया कि सिर पर चोट लगने के बाद वह बेहोश हो गया था और होश में आने पर ही उसे एहसास हुआ कि उसे जंगल में छोड़ दिया गया है.

हालांकि, पुलिस को सुहैल ने जिस तरह से लूट की घटना का वर्णन किया, उससे पुलिस को शक हुआ. उसकी आंखों में मिर्ची का पाउडर झोंके जाने और सिर पर चोट लगने की बात भी झूठ साबित हुई. मेडिकल जांच में आरोपी सोहैल के सिर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले. पुलिस की जांच में आरोपी की आंखों में मिर्ची पाउडर के अवशेष नहीं मिले. वहीं सबसे बड़ी बात कार की पिछली खिड़की भी नीची थी. जिससे पुलिस का आरोपी पर शक और ज्यादा गहरा हो गया.

दो दिनों की विस्तृत जांच और पूछताछ के बाद, अधिकारियों ने निष्कर्ष निकाला कि सुहैल ने पैसों की लूट की एक मनगंढ़त कहानी बनाई थी. जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने सुहैल को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस जांच जारी रहने के दौरान उसके साथियों से भी पूछताछ कर रही है.

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