रायपुर: दिल्ली के बाद अब सबकी निगाहें छत्तीसगढ़ में टिकी हुई है. मोदी 3.0 का शपथ ग्रहण 9 जून को दिल्ली में हुआ. अब छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय कैबिनेट के विस्तार की चर्चा हो रही है. साय कैबिनेट में पहले से एक मंत्री पद खाली था. बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद एक और मंत्री पद खाली हो गया है. इस तरह कुल दो मंत्रियों के लिए साय कैबिनेट में जगह खाली है. इन दो मंत्री पद पर छत्तीसगढ़ से किसे जगह मिलेगी और कौन नेता रेस में है. इस पर सबकी निगाहें दिल्ली से लेकर रायपुर तक टिकी हुई है.इन दो मंत्री पदों को लेकर छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक चर्चा तेज हो गई है. जहां एक ओर भाजपा के कई वरिष्ठ विधायक प्रदेश में रहकर शीर्ष नेतृत्व से संपर्क कर मंत्री बनने की जुगत भिड़ा रहे हैं. तो वहीं दूसरी ओर कई विधायक दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर मंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं.
मंत्री की रेस में कौन नेता शामिल?: राजनीति के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि साय कैबिनेट में दो मंत्रीपद खाली है. इसमें कई चेहरे दावेदार के तौर पर रेस में है. उसमें प्रमुखता से अजय चंद्राकर का नाम शामिल है. इसके अलावा अमर अग्रवाल का नाम भी तेजी से मंत्रीपद की रेस में देखने को मिल रहा है. अमर अग्रवाल के बाद राजेश मूणत का नाम भी चर्चा में है. कांकेर और बस्तर बेल्ट से विक्रम उसेंडी को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. जिन नामों की चर्चा जोरों पर है वह सभी पूर्व में मंत्री रह चुके हैं. इन्हें अलग-अलग विभागों का अच्छा खासा अनुभव रहा है लोगों में इनकी पैठ भी अच्छी है.
"फिलहाल साय कैबिनेट में एक नए मंत्री की नियुक्ति की जा सकती है. वहीं दूसरे मंत्री की नियुक्ति नगरीय निकाय चुनाव के बाद हो सकती है": उचित शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक जानकार
नई पीढ़ी को भी मिल सकता है मौका: बीजेपी नया प्रयोग करने के लिए भी जानी जाती है. ऐसे में ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी किसी नए नेता को भी मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है.
"अप्रत्याशित नाम की बात की जाए तो उसमें रायपुर ग्रामीण से विधायक पुरंदर मिश्रा को भी मंत्री बनाया जा सकता है. क्योंकि भाजपा लगातार प्रयोग कर रही है, नए नोवलों को मौका दे रही है. उसके अनुसार पुरंदर मिश्रा को भी मंत्रिमंडल में शामिल कर सकते हैं क्योंकि पुरंदर मिश्रा पहली बार विधायक बने हैं. उनकी पार्टी में अच्छी पकड़ है": उचित शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक जानकार
छत्तीसगढ़ में कितने मंत्री बनाए जा सकते हैं: छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं. इन सीटों के अनुपात में प्रदेश में सीएम सहित कुल 13 नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है. विधानसभा चुनाव 2018 में 90 में से 54 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. बीजेपी की सरकार बनने के बाद सीएम सहित कुल 11 मंत्रियों ने शपथ ली. उस दौरान एक मंत्रीपद खाली था. अब बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद एक और मंत्रीपद खाली हो गया है. इस तरह दो नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है.