जयपुर. भाजपा की दौसा में हार पर मंत्रिमंडल से इस्तीफे का ऐलान कर चुके राज्य के कृषि व ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने सरकारी सुविधाएं छोड़ दी है. इतना ही नहीं मीणा ने ऑफिस जाना और फाइलों को देखना भी बंद कर दिया है. यहां तक कि सरकारी वाहनों का इस्तेमाल भी छोड़ दिया है. हालांकि, इस्तीफा कब देंगे इसको लेकर मीणा की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल रहा है, लेकिन माना जा रहा है कि वो जल्द ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस्तीफा मेल कर सकते हैं.
गाड़ी ऑफिस सब छोड़ा : किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान दौसा से भाजपा प्रत्याशी कन्हैया लाल मीणा के समर्थन में जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर दौसा से भाजपा की हार होती है तो वो अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. परिणाम में दौसा से भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा. परिणाम आने के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि "प्राण जाए पर वचन न जाए". मीणा के ट्वीट के बाद यह माना जा रहा था कि अब वो कभी भी इस्तीफा दे सकते हैं.
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हालांकि, किरोड़ी लाल मीणा ने अभी तक अपना इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने मंत्री पद से जुड़े सारे कामकाज छोड़ दिए हैं. सरकारी गाड़ी तक का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं और न ही सचिवालय जा रहे हैं. वहीं, बताया जा रहा है कि मीणा ने अपनी इच्छा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को बता दी है और उसी के बाद से वो सिर्फ नाम के मंत्री बने हुए हैं.