गडग: कर्नाटक पुलिस ने गडग नगर परिषद के उपाध्यक्ष के बेटे सहित एक ही परिवार के चार सदस्यों की हत्या के मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि संपत्ति बेचने के विवाद के चलते परिवार के बेटे ने ही अपने पिता और सौतेली मां की हत्या की सुपारी दी थी, लेकिन रिश्तेदारों और उनके भाई की हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि 19 अप्रैल को सुबह-सुबह गडग शहर के दासरागल्ली में 4 लोगों की हत्या कर दी गई.
नॉर्थ जोन के आईजीपी विकास कुमार ने सोमवार को गडग में मीडिया कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'तीन दिनों के भीतर, गडग एसपी बीएस नेमागौड़ा के नेतृत्व में जांच टीम ने मामले को सुलझा लिया. 8 लोगों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. काउंसिल उपाध्यक्ष सुनंदा का सौतेला बेटा विनायक बकाले (31) इस मामले का मुख्य आरोपी है, उसने ही हत्या की सुपारी दी थी. इसके अलावा, गडग शहर के फैरोज काजी (29), गडग के जिशान काजी (24), मिराज के साहिल काजी (19), सोहेल काजी (19), मिराज के सुल्तान शेख (23), महेश सलोनके (21) और वाहिद बेपारी ( 21) इस घटनाक्रम में शामिल हैं, इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आरोपी विनायक बकाले प्रकाश बकाले की पहली पत्नी का बेटा था.
बेटे ने दी मारने की सुपारी: आईजीपी ने बताया, 'विनायक बकाले ने पिता प्रकाश बकाले और सौतेली मां सुनंदा बकाले को मारने के लिए आरोपी फैरोज काजी को 65 लाख रुपए में सुपारी दी थी. उसने 2 लाख रुपये एडवांस दे दिए थे. पिछले दिनों पिता प्रकाश बकाले और बेटे विनायक के बीच व्यापारिक विवाद हो गया. कुछ महीने पहले, विनायक ने अपने पिता प्रकाश को बताए बिना कुछ संपत्ति बेच दी थी. इसी पृष्ठभूमि में प्रकाश बकाले ने विनायक के व्यवहार से तंग आकर झगड़ा कर लिया. विनायक ने संपत्ति बेचने का विरोध करने पर पिता प्रकाश, सौतेली मां सुनंदा और भाई कार्तिक को मारने की योजना बनाई थी'.
आईजीपी ने कहा, 'उसके अनुसार, विनायक ने मिराज के रहने वाले साहिल काजी सहित 5 लोगों की एक टीम को सुपारी दी. पुलिस ने अपराध के 72 घंटों के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. डीजी, आईजीपी आलोक मोहन ने मामले को सुलझाने के लिए पुलिस कर्मियों के प्रति सराहना व्यक्त की. मामले की जांच करने वाले कर्मियों को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है.
बता दें कि सुनंदा बकाले के घर पर कार्तिक बकाले (27), परशुराम (55), उनकी पत्नी लक्ष्मी (45) और बेटी आकांक्षा (16) की 19 अप्रैल को सुबह-सुबह हथियारों से वार कर हत्या कर दी गई थी. प्रकाश और सुनंदा बच गए, क्योंकि उन्होंने अपने कमरे का दरवाजा खोले बिना ही पुलिस को सूचना दे दी. घर की पहली मंजिल पर कमरे में सो रहे परशुराम, उनकी पत्नी और बेटी की हत्या कर दी गई. ये तीनों मृतक कोप्पल के थे, जो बकाले परिवार के रिश्तेदार हैं. कार्तिक बकाले की सगाई समारोह में शामिल होने के लिए कोप्पल से परशुराम परिवार के सदस्य गडग पहुंचे थे. अपराधियों के मौके से भागने का फुटेज सीसीटीवी में कैद हो गया. 4 लोगों की हत्या से स्थानीय निवासी सदमे में हैं.
पढ़ें: कर्नाटक: गडग में एक ही परिवार के चार सदस्यों की दर्दनाक हत्या