मंगलुरु : शहर के सेंट गेरोसा एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन के एक स्कूल शिक्षक को कक्षा में पढ़ाते समय धार्मिक दुर्व्यवहार का सहारा लेने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है. सेंट गेरोसा एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन के छात्रों के अभिभावकों के आक्रोश जताने के बाद कार्रवाई की गई. कथित तौर पर भगवान राम और प्रधानमंत्री मोदी पर 'अपमानजनक टिप्पणी' करने के लिए सिस्टर प्रभा के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था.
शनिवार को अभिभावकों ने स्कूल गेट पर आकर विरोध जताया. आज कुछ संगठनों के कार्यकर्ता स्कूल के सामने एकत्र हुए और शिक्षक को निलंबित करने की मांग की. स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन में बीजेपी विधायक वेद व्यास कामथ और वाई भरत शेट्टी भी शामिल हुए. शाम को, दक्षिण कन्नड़ जिला कलेक्टर मुल्लई मुगिलन ने स्कूल का दौरा किया और कुछ घंटों तक स्कूल प्रबंधन के साथ बातचीत की.
इसके बाद सेंट गेरोसा एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन की हेड टीचर सिस्टर अनिता ने मीडिया के सामने बयान दिया कि सिस्टर प्रभा को हमारी संस्था से फिलहाल बर्खास्त कर दिया गया है. उनकी जगह दूसरी टीचर की नियुक्ति की जाएगी. पूरे मामले की जांच की जा रही है. हम इस जांच को पारदर्शी बनाने में सहयोग करेंगे. हम जांच के अंतिम आदेश से बंधे हैं. हमारे 60 साल के इतिहास में ऐसी घटनाएं पहले कभी नहीं हुई हैं.
जिला कलेक्टर मुलई मुगिलन ने कहा कि आरोप के मद्देनजर भ्रम दूर करने के लिए कार्रवाई की गई है. बच्चों के भविष्य के हित में सभी को सहयोग करना चाहिए. संस्था ने सूचित किया है कि शिक्षक को बर्खास्त कर दिया जाएगा.