डोड्डाबल्लापुर: ये तो आप जानते ही होंगे कि मशरूम एक ऐसा फंगस है, जो सड़ते हुए पदार्थों पर उगता है. लेकिन कर्नाटक के डोड्डाबल्लापुर में एक अजीब घटना देखने को मिली, जहां एक जीवित मेंढक के ऊपर मशरूम उग आया. दावा किया जा रहा है कि विज्ञान की दुनिया में यह मामला पहली बार सामने आया है. इस अजूबे को दुनिया के सामने लाने का श्रेय कीटविज्ञानी वाईटी लोहित और उनकी टीम को जाता है.
वाईटी लोहित एक पर्यावरणविद् हैं, जो कीड़ों और पक्षियों की दुनिया के प्रति उत्सुक हैं. रुचि के तौर पर वह कीड़ों और पक्षियों के अध्ययन में लगे हुए हैं. WWF के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी के रूप में कार्यरत है. इस प्रकार, वाईटी लोहित अपने दोस्तों चिन्मय सी मालिये, नवीन अय्यर, बीजी निशा और एस आशा के साथ मेंढकों और सांपों का अध्ययन करने के लिए कुद्रेमुख पर्वत श्रृंखला के करकला तालुक में माला गांव गए.
यहां उनकी टीम की नजर मेंढकों के एक समूह पर पड़ी. लगभग 50 मेंढकों के समूह में से एक मेंढक सभी से अलग लग रहा था. वाईटी लोहित ने जब मेंढक को अपने कैमरे से कैद किया तो देखा कि उसके पेट पर एक मशरूम उग आया है. जीवित चीजों पर मशरूम का उगना वैज्ञानिक जगत के लिए हैरानी की बात है. सुनहरे पीठ वाले मेंढक पर उगने वाले मशरूम को मैसिना या बोनट मशरूम के नाम से जाना जाता है.
एक मशरूम जो पशु और पौधे दोनों वर्गों से संबंधित नहीं है, कवक वर्ग से संबंधित है. वाईटी लोहित ने कहा कि 'कुछ कवक उभयचरों में बीमारी और मृत्यु का कारण बनते हैं. इसी तरह की समस्याएं कीड़े और मकड़ियों में देखी जा सकती हैं. हालांकि, जीवित मेंढक पर कवक के कारण और अधिक वैज्ञानिक शोध हुए हैं. सटीक कारण तुरंत अनुमान नहीं लगाया जा सकता है.'