बेंगलुरु: मुडा जमीन आवंटन में अवैध सांठगांठ को लेकर कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है. आरटीआई कार्यकर्ता टीजे अब्राहम स्नेहमई कृष्णा की शिकायत पर राज्यपाल ने सीएम के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है.
#WATCH | Bengaluru: On Karnataka Governor granting permission to prosecute CM Siddaramaiah in the alleged MUDA scam, BJP MP Tejasvi Surya says, " ... this is a very significant development. the nature of the allegations are very serious... needless to say, one cannot expect the cm… pic.twitter.com/d9MDH5FRe7
— ANI (@ANI) August 17, 2024
इस बीच राजभवन से टीजे अब्राहम और स्नेहामाई कृष्णा को आज दोपहर 3 बजे राज्यपाल से मिलने की इजाजत दे दी गई है. 26 जुलाई को टीजे ने सीएम के खिलाफ केस दर्ज करने की इजाजत मांगी थी. इब्राहीम ने राज्यपाल को याचिका दी थी. इस संबंध में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
On Karnataka Governor granting permission to prosecute CM Siddaramaiah in the alleged MUDA scam, Karnataka Deputy CM DK Shivakumar says, " we stand with cm siddaramaiah. the party, the high command and the entire state and the cabinet stand with him. we will fight it legally and… pic.twitter.com/NdqugDo0gG
— ANI (@ANI) August 17, 2024
राज्यपाल ऑफिस की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में कहा गया कि माननीय राज्यपाल के निर्देशानुसार, मैं याचिकाओं में उल्लिखित कथित अपराधों के लिए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 17 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 218 के अंतर्गत मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी के अनुरोध पर सक्षम प्राधिकारी के निर्णय की प्रति संलग्न कर रहा हूं.
#WATCH | On Karnataka Governor granting permission to prosecute him in the alleged MUDA scam, CM Siddaramaiah says, " the entire cabinet, party high command, all mlas, mlcs, lok sabha and rajya sabha mps are with me..." pic.twitter.com/tN3NdFqdpx
— ANI (@ANI) August 17, 2024
सरकार को अस्थिर करने की साजिश : सिद्धारमैया
कर्नाटक के राज्यपाल द्वारा कथित MUDA घोटाले में उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दिए जाने पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि पूरा मंत्रिमंडल, पार्टी हाईकमान, सभी विधायक, एमएलसी, लोकसभा और राज्यसभा सांसद मेरे साथ हैं. महल के मैदान में आयोजित सम्मान समारोह के बाद सीएम ने टिप्पणी करते हुए कहा कि राज्यपाल केंद्र सरकार की कठपुतली हैं. उनके इस फैसले को सीएम ने चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की साजिश बताया. उन्होंने कहा कि हम असंवैधानिक फैसले के खिलाफ लड़ेंगे. सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि कर्नाटक राज्य की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिए एक बड़ी साजिश रची गई है.
सिद्धारमैया ने कहा कि भाजपा, जेडीएस और राज्य के कुछ लोगों ने इस साजिश को अंजाम दिया है. उत्तराखंड, झारखंड, नई दिल्ली की तरह ही उन्होंने कर्नाटक में भी साजिश रची है. जाहिर है कि मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं है. राज्यपाल का प्रस्ताव असंवैधानिक है. उन्होंने कहा कि अभियोजन की अनुमति पर सवाल उठाते हुए कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी.
सीएम ने कहा कि मेरे खिलाफ शिकायत के दिन ही कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. राज्यपाल का यह कदम अपेक्षित था. विधायक, कैबिनेट मंत्री, पार्टी नेता सभी मेरे पक्ष में हैं. मेरे इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्यपाल को राजनीतिक मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. भाजपा में मेरा इस्तीफा मांगने की कोई नैतिकता नहीं है. वे कांग्रेस सरकार और गारंटी योजनाओं की सफलता को बर्दाश्त नहीं कर सकते. वहीं विधानसभा में 10 मंत्रियों के साथ संयुक्त मीडिया कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया हमारे सीएम हैं. उनके नेतृत्व में सरकार चलेगी. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने संविधान विरोधी और लोकतंत्र के लिए हानिकारक पत्र भेजा है. हमने राज्यपाल द्वारा भेजे गए नोटिस के संबंध में 1 अप्रैल को कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया था. शिकायत में कोई तथ्य नहीं है. यह एक राजनीतिक साजिश है.
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है और सीएम के खिलाफ संगीन आरोप लगे हैं, लिहाजा जांच को विश्वसनीय बनाने के लिए जरूरी है कि सीएम इस्तीफा दें.
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