गदग: सरकारी जिला अस्पताल में रील बनाकर गैरजिम्मेदारी दिखाने वाले 38 मेडिकल छात्रों को जीआईएमएस (गडैग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) के निदेशक ने निलंबित कर दिया है. जीआईएमएस के निदेशक डॉ. बसवराज बोम्मनहल्ली ने 10 दिनों के लिए निलंबित करने का आदेश दिया है.
मामला क्या है?
कॉलेज के छात्रों ने GIMS के हॉस्पिटल कॉरिडोर में हिंदी और कन्नड़ फिल्मों के गानों की रील बनाई थी. बाद में उस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया गया. ये काफी वायरल भी हुआ था. जहां इन रीलों को देखने वाले कुछ नेटिजन्स ने इसे पसंद किया, वहीं अन्य ने नाराजगी व्यक्त की.
जिम्स निदेशक की प्रतिक्रिया:
जिम्स निदेशक डॉ. बसवराज बोम्मनहल्ली ने रील्स बनाने वाले 38 छात्रों को 10 दिनों के लिए निलंबित कर दिया है. जिम्स निदेशक का कहना है कि अस्पताल में ऐसा करना अपराध है. इस तरह का व्यवहार करना गलत है इससे मरीजों को असुविधा होती है. जिन लोगों ने रील्स बनाया है, उन्होंने एमबीबीएस पूरा कर लिया है और हाउसमैनशिप में हैं. उन्हें जो पोस्टिंग मिलनी थी उसमें 10 दिन की देरी हो गई है. हमने इस तरह का वीडियो बनाने की इजाजत नहीं दी है. साथ ही जिम्स निदेशक छात्रों को यह भी चेतावनी दी है कि जिसने भी अस्पताल में ऐसा किया उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
ऑपरेशन थिएटर में प्री-वेडिंग शूट करने वाले डॉक्टर को किया निलंबित
ऐसी ही एक घटना चित्रदुर्ग के भारमसागर गांव के सरकारी अस्पताल में घटी. जहां, भारमसागर स्थित डॉक्टर अभिषेक अनुबंध के आधार पर काम कर रहे थे और इसी दौरान उन्होंने ऑपरेशन थिएटर में प्री-वेडिंग वीडियो शूट किया था. वीडियो न सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, बल्कि लोगों ने डॉक्टर की हरकत पर नाराजगी भी जताई. डॉक्टर की इस हरकत पर उसे निलंबित कर दिया गया है.
मंत्री दिनेश गुंडुराव ने इस बारे में ट्वीट किया करते हुए कहा, 'चित्रदुर्ग के भारमसागर सरकारी अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में प्री-वेडिंग शूट करने वाले डॉक्टर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. सरकारी अस्पताल लोगों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए हैं न कि निजी काम के लिए. मैं डॉक्टर की इस तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करूंगा.
स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले डॉक्टरों और कर्मचारियों सहित सभी अनुबंध कर्मचारियों को सरकारी सेवा नियमों के अनुसार अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा. सरकारी अस्पतालों में इस तरह का दुर्व्यवहार न हो, इसके लिए मैंने पहले ही संबंधित डॉक्टरों और सभी कर्मचारियों को सावधान रहने के निर्देश दे दिए हैं.' मंत्री ने कहा, 'हर किसी को यह जानते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए कि सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों को दी जाने वाली सुविधाएं आम लोगों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए हैं.'