बेंगलुरु: लोकसभा चुनाव के बीच कर्नाटक में कांग्रेस-बीजेपी और जेडीएस के बीच प्रज्वल रेवन्ना के विवादित वीडियो को लेकर सियासत गरमा गई है. कुमारस्वामी ने मंगलवार को वीडियो के लीक और व्यापक प्रसार सहित हासन में महिलाओं पर कथित अपराध की सीबीआई जांच की मांग की. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष एच.डी. कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि यह विशेष जांच दल (SIT) नहीं है, जो पेन ड्राइव मामले की जांच कर रही है. एक सीएम सिद्धारमैया की जांच टीम है और दूसरी डीसीएम डीके शिवकुमार की जांच टीम है. उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की.
कुमारस्वामी ने दावा किया कि उनके भतीजे, लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कथित तौर पर महिलाओं के साथ यौन दुर्व्यवहार के वीडियो वाले 25,000 पेन ड्राइव चुनाव से पहले वितरित किए गए थे. एसआईटी अधिकारियों द्वारा पेन ड्राइव मामला दर्ज किए हुए कई दिन बीत चुके हैं. हालांकि, अभी तक पेन ड्राइव शेयर करने वालों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. वीडियो शेयर करने वाले कुछ लोगों ने हसन कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दी है. एसआईटी कैसे जांच कर रही है.
कुमारस्वामी ने सवाल किया, 'पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना के खिलाफ किसी ने सीधे तौर पर शिकायत नहीं की है, फिर उसने इसे अपहरण का रूप दे दिया. वे अपहृत महिला को कहां से लाए? बताया जाता है कि वह महिला को फार्म हाउस से लेकर आए थे. क्या आपने फार्महाउस का निरीक्षण किया है? क्या उसने बयान नहीं दिया? उस महिला को जज के सामने क्यों नहीं पेश किया गया? आपने किसको लिया और किस पर दबाव डाला?'.
कुमारस्वामी ने एसआईटी जांच पर संदेह जताते हुए कहा कि वे दोनों लड़कियों के नाम पर होलेनरासीपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत भेजेंगे. सरकार बेटियों की सुरक्षा नहीं करना चाहती. कुमारस्वामी ने सवाल उठाया कि अपहृत महिला को न्यायाधीश के सामने क्यों नहीं पेश किया गया. लोकसभा चुनाव से दो दिन पहले 25 हजार पेन ड्राइव बांटी गईं. पेन ड्राइव वितरण में पुलिस ने सहयोग किया है.
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