कांकेर: जैसे जैसे चुनाव पास आ रहा है, नक्सलियों की गतिविधियां भी बढ़ गई है. पीएम मोदी आज बस्तर में भाजपा के लिए वोट मांगने पहुंच रहे हैं उससे पहले उत्तर बस्तर कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा क्षेत्र के गट्टाकाल के जंगलों में सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाए गए आईडी बम को जवानो ने निष्क्रिय कर दिया है.
कांकेर में आईईडी डिफ्यूज: कोयलीबेड़ा के गटाकाल गांव के पास सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों की तरफ IED लगाने के बारे में जवानों को खबर मिली. जिसके बाद बीएसएफ 30वीं बटालियन के बल और BDS टीम ने एरिया को घेरा बंदी कर बारीकी से सर्च किया. मौके पर IED बरामद हुआ. BDS टीम ने मौके पर आईईडी को डिफ्यूज किया.
IED डिफ्यूज किया गया है. जवानों की पूरी टीम सुरक्षित है. इलाके में सर्च अभियान जारी है.- आइके एलिसेला, एसपी कांकेर
कांकेर में आईईडी ब्लास्ट की घटनाएं: उत्तर बस्तर कांकेर जिले की बात करे तो पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार तीन साल में आईईडी की चपेट में आने से 12 से अधिक जवान जख्मी हो गए हैं. एक ग्रामीण की जान जा चुकी है. सबसे ज्यादा आईईडी कोयलीबेड़ा और अंतागढ़ ब्लॉक के जंगल और सड़क किनारे से बरामद किया गया है. कहीं टिफिन बम तो कहीं पाइप बम जवानों ने बरामद किया है. इसके अलावा तीन साल में सुरक्षा बलों ने 146 आईईडी बरामद किया है.विभाग से मिली जानकारी के अनुसार साल 2020 में सबसे ज्यादा 88 आईईडी बरामद किया गया. वर्ष 2021 में यह संख्या घटकर 30 पहुंच गई. वर्ष 2022 में सिर्फ 9 आईईडी बरामद कर जवानों ने उन्हें डिफ्यूज किया.