कांकेर: कांकेर के माड़ डिविजन में हुए मुठभेड़ में पांच नक्सली ढेर हुए. मारे गए नक्सलियों पर 40 लाख का इनाम है. कांकेर एसपी इंदिरा कल्याण ऐलेसेला के मुताबिक अबतक का ये सबसे लंबा ऑपरेशन नक्सलियों के खिलाफ रहा. पूरे तीन दिनों तक ये नक्सल ऑपरेशन चला. सर्द रातों के बीच जवानों ने रात अंधेरे में नक्सलियों को कई दिनों तक घेरे रखा. नक्सली क्रॉस फायरिंग कर कई बार मौके से भागने की कोशिश करते रहे लेकिन बहादुर जवानों ने उनको मोर्चे से भागने नहीं दिया. पांच नक्सल ऑपरेशन में ढेर हुए. बड़ी संख्या में हथियार भी मौके से बरामद हुए. फोर्स मारे गए नक्सिलियों के शव लेकर मुख्यालय लौटी.
नक्सलियों के खिलाफ सबसे लंबा ऑपरेशन: कांकेर एसपी के मुताबिक माओादियों के खिलाफ से अबतक का सबसे लंबा ऑपरेशन रहा. इस ऑपरेशन में जवानों को बड़ी सफलता हाथ लगी. पांच नक्सलियों को मार गिराने के बाद एक टुकड़ी माओवादियों के शव लेकर सुरक्षित मुख्यालय तक रविवार को ही पहुंच गई. कांकेर एसपी के मुताबिक आज बाकी के जवान भी जिला मुख्यालय पहुंच जाएंगे. पुलिस के मुताबिक मारे गए पांच नक्सलियों पर 40 लाख का इनाम रखा गया था. मौके से छह घातक हथियार भी बरामद किए गए.
तीन दिनों तक पूरा नक्सल ऑपरेशन चला. हमने पांच माओवादियों को मार गिराया. जिस तरह की गोलीबारी एनकाउंटर में हुई है उससे लगता है कि मारे गए और घायल हुए नक्सलियों की संख्या और बढ़ सकती है. एक टुकड़ी कल लौट गई थी दूसरी टुकड़ी भी आज वहां से निकल चुकी है. :इंदिरा कल्याण ऐलेसेला, एसपी, कांकेर
जवानों के टारगेट पर था अभय: फोर्स के मुताबिक माड़ डिविजन में हुए एनकाउंटर में फोर्स के निशाने पर माओवादियों की सेंट्रल कमेटी का मेंमर अभय था. उसके लिए ही जवान रात भर एनकाउंटर वाली जगह पर डटे रहे. 17 नवंबर की सुबह 10 बजे मुठभेड़ फिर से शुरु हुई जो शाम तक जारी रही. फोर्स के मुताबिक जवानों ने नक्सलियों का पीछा करने की रणनीति बनाई. नक्सलियों को जंगल में घेरकर उनको ढेर करने की रणनीति पर वो काम कर रहे थे. कुछ नक्सली रात के अंधेरे में जान बचाकर भागने में कामयाब रहे. तीन दिनों तक चले नॉन स्टॉप ऑपरेशन के दौरान जवान भी काफी थक गए. लिहाजा जवानों को वापस बुलाया गया है. आज शाम या देर रात सभी जवान पखांजूर पहुंच सकते हैं.