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BJP के लिए सिरदर्द बनीं कंगना रनौत, कृषि कानून पर दिए बयान से मारी पलटी, पार्टी ने किया किनारा - Farm Laws

Kangana Ranaut:अभिनेत्री से राजनेता बनीं कंगना रनौत ने तीन कृषि सुधार कानूनों को लेकर वापस लाने की वकालत की थी. हालांकि, बीजेपी ने खुद को उनके बयान से अलग कर लिया, जिसके बाद कंगना अपने बयान पर माफी मांगी है.

कंगना रनौत
कंगना रनौत (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 25, 2024, 12:45 PM IST

नई दिल्ली: अभिनेत्री से राजनेता बनीं कंगना रनौत ने एक बार विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने सुझाव दिया कि किसानों के विरोध के बाद रद्द किए गए तीन कृषि सुधार कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद की इस टिप्पणी से पार्टी बैकफुट पर आई गई हैं.

हालांकि, पार्टी ने उनके बयान से खुद को अलग कर लिया और उनके बयान की तीखी आलोचना की. इसके चलते मंडी से लोकसभा सांसद यू टर्न लेते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और अपने शब्द वापस ले लिए. उन्होंने कहा, "मैं अपने शब्द वापस लेती हूं."

बीजेपी ने बयान से खुद को किया अलग
इससे पहले मंगलवार को बीजेपी ने उनकी टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया और कहा कि कंगना रनौत पार्टी की ओर से इस तरह की टिप्पणी करने के लिए अधिकृत नहीं हैं. एक वीडियो मैसेज में बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि यह टिप्पणी रनौत का व्यक्तिगत बयान है और यह कृषि बिलों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करता है.

कंगना रनौत ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी
पार्टी की आलोचना का सामना करने के बाद, भाजपा सांसद कंगना रनौत ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और कहा, "मेरी टिप्पणी ने कई लोगों को निराश किया है. मुझे खुद को याद दिलाना होगा कि मैं अब सिर्फ एक अभिनेता नहीं हूं, मैं एक पॉलिटिशियन भी हूं और मेरी राय व्यक्तिगत नहीं होनी चाहिए, बल्कि पार्टी का रिफ्लेक्शन होना चाहिए."

इससे पहले रनौत ने कृषि कानूनों को शुरू में मिले व्यापक समर्थन का उल्लेख किया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उन्हें वापस लेने के फैसले का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा, "अगर मैंने अपने विचारों और शब्दों से किसी को निराश किया है, तो मुझे इसके लिए खेद है. मैं अपने शब्द वापस लेती हूं," उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "बिल्कुल, किसान कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं, और वे उन विधेयकों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. थैंक्यू."

पहले भी दे चुके हैं बयान
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा ने लोकसभा सांसद की टिप्पणियों की निंदा की हो. इससे पहले भी पार्टी ने किसानों के विरोध पर कंगना रनौत की टिप्पणियों से खुद को दूर कर लिया था और अभिनेत्री से नेता बनीं कंगना रनौत से भविष्य में इस तरह के बयान देने में संयम बरतने का आग्रह किया था.

भाजपा सांसद ने तब दावा किया था कि किसान विरोध प्रदर्शन भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति की तैयारी है. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि विरोध स्थल पर रेप हो रहे हैं, जिसकी भाजपा और विपक्ष ने तीखी आलोचना की.

यह भी पढ़ें- बदलापुर यौन उत्पीड़न: आरोपी की गोली मारकर हत्या, 10 प्वाइंट में समझें पुलिस वैन में क्या हुआ

नई दिल्ली: अभिनेत्री से राजनेता बनीं कंगना रनौत ने एक बार विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने सुझाव दिया कि किसानों के विरोध के बाद रद्द किए गए तीन कृषि सुधार कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद की इस टिप्पणी से पार्टी बैकफुट पर आई गई हैं.

हालांकि, पार्टी ने उनके बयान से खुद को अलग कर लिया और उनके बयान की तीखी आलोचना की. इसके चलते मंडी से लोकसभा सांसद यू टर्न लेते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और अपने शब्द वापस ले लिए. उन्होंने कहा, "मैं अपने शब्द वापस लेती हूं."

बीजेपी ने बयान से खुद को किया अलग
इससे पहले मंगलवार को बीजेपी ने उनकी टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया और कहा कि कंगना रनौत पार्टी की ओर से इस तरह की टिप्पणी करने के लिए अधिकृत नहीं हैं. एक वीडियो मैसेज में बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि यह टिप्पणी रनौत का व्यक्तिगत बयान है और यह कृषि बिलों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करता है.

कंगना रनौत ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी
पार्टी की आलोचना का सामना करने के बाद, भाजपा सांसद कंगना रनौत ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और कहा, "मेरी टिप्पणी ने कई लोगों को निराश किया है. मुझे खुद को याद दिलाना होगा कि मैं अब सिर्फ एक अभिनेता नहीं हूं, मैं एक पॉलिटिशियन भी हूं और मेरी राय व्यक्तिगत नहीं होनी चाहिए, बल्कि पार्टी का रिफ्लेक्शन होना चाहिए."

इससे पहले रनौत ने कृषि कानूनों को शुरू में मिले व्यापक समर्थन का उल्लेख किया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उन्हें वापस लेने के फैसले का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा, "अगर मैंने अपने विचारों और शब्दों से किसी को निराश किया है, तो मुझे इसके लिए खेद है. मैं अपने शब्द वापस लेती हूं," उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "बिल्कुल, किसान कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं, और वे उन विधेयकों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. थैंक्यू."

पहले भी दे चुके हैं बयान
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा ने लोकसभा सांसद की टिप्पणियों की निंदा की हो. इससे पहले भी पार्टी ने किसानों के विरोध पर कंगना रनौत की टिप्पणियों से खुद को दूर कर लिया था और अभिनेत्री से नेता बनीं कंगना रनौत से भविष्य में इस तरह के बयान देने में संयम बरतने का आग्रह किया था.

भाजपा सांसद ने तब दावा किया था कि किसान विरोध प्रदर्शन भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति की तैयारी है. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि विरोध स्थल पर रेप हो रहे हैं, जिसकी भाजपा और विपक्ष ने तीखी आलोचना की.

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