नई दिल्ली/बिलासपुर: छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट बिलासपुर को एक और एजिशनल जज मिल गया है. न्यायिक अधिकारी अरविंद कुमार वर्मा को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में एडिशनल जज के रूप में नियुक्त किया गया है. इस बात की जानकारी केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर दी है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में जजों की संख्या 16 हो गई है.
जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट में भी स्थाई न्यायाधीश बनाए गए: इसके साथ ही केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के दो अतिरिक्त न्यायाधीशों को स्थायी न्यायाधीश बनाने की मंजूरी दे दी है. न्यायिक अधिकारी अरविंद कुमार वर्मा के नाम की सिफारिश सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 4 जनवरी को की थी.जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति राहुल भारती और मोक्ष खजुरिया काज़मी को स्थायी न्यायाधीश बनाया गया.
सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने की थी सिफारिश: इनके नामों की सिफारिश भी कॉलेजियम ने 4 जनवरी को की थी. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उसी दिन स्थायी न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश अभय आहूजा के नाम की भी सिफारिश की थी. अतिरिक्त न्यायाधीशों को आमतौर पर न्यायाधीश बनाए जाने से पहले दो साल की अवधि के लिए नियुक्त किया जाता है. जिसे "स्थायी न्यायाधीश" कहा जाता है
आपको बता दें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने 6 अगस्त 2023 को अरविंद कुमार वर्मा को छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में एडिशनल न्यायाधीश नियुक्त करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को सौंपा था. इसके बाद सीएम के अनुमोदन पर राज्यपाल ने अनुमोदन किया था और फाइल सुप्रीम कोर्ट को भेजी गई थी. अरविंद कुमार वर्मा जगदलपुर, रायपुर और बिलासपुर में जिला तथा सत्र के पद पर रह चुके हैं. साल 2022 से वह छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में रजिस्ट्रार के पद पर तैनात रहे हैं.