रायपुर: महादेव सट्टा एप केस में रायपुर की विशेष अदालत से नीतीश दीवान को कोई राहत नहीं मिली है. ईडी ने शनिवार को नीतीश दीवान को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया. जहां से उसे तीन दिनों की जेल में भेज दिया गया है. 16 आरोपी को गिरफ्तारी के बाद ईडी ने कोर्ट से 14 दिनों की रिमांड मांगी थी. लेकिन कोर्ट ने उस वक्त 8 दिनों की रिमाडं मंजूर की थी. लिहाजा उसे 24 फरवरी शनिवार को कोर्ट में दोबारा पेश किया. जिसके बाद अदालत ने नीतीश दीवान को तीन दिनों तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अब नीतीश दीवान को 26 फरवरी को पेश किया जाएगा.
"नीतीश दीवान सौरभ चंद्राकर का सहयोगी": इस केस में ईडी की तरफ से यह खुलासा किया गया है कि नीतीश दीवान महादेव सट्टा एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर का सहयोगी है.
"16 फरवरी को ईडी ने नीतीश दीवान को कोर्ट में पेश किया था. प्रवर्तन निदेशालय ने 14 दिनों की रिमांड मांगी थी, लेकिन स्पेशल कोर्ट के न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद 8 दिनों की रिमांड मंजूर की थी. ईडी आठ दिनों तक नीतीश दीवान से पूछताछ करने के बाद उसे दोबारा शनिवार को रायपुर के स्पेशल कोर्ट में पेश किया. जिसके बाद अजय सिंह राजपूत की स्पेशल कोर्ट ने नीतीश दीवान को तीन दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. नीतीश दीवान 26 फरवरी को कोर्ट में पेश होंगे.": सौरभ पांडे, ईडी के वकील
नीतीश दीवान के दुबई कनेक्शन का खुलासा: नीतीश दीवान के दुबई कनेक्शन का खुलासा हुआ है. ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नीतीश दीवान महादेव सट्टा एप के पैनल ऑपरेटर टीम में दुबई में 2 सालों तक था. नीतीश ने महादेव एप के पैसों को क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट किया. नीतीश दीवान का काम पैनल ऑपरेटर को समय-समय पर चेक करना होता था. महादेव सट्टा एप के माध्यम से आने वाली काली कमाई को प्रमोटर के कहने पर अपने अकाउंट के जरिए नीतीश दीवान रोलिंग करता था. सट्टे के पैसों को नीतीश दीवान के जरिए इन्वेस्ट किया गया था. इसके नाम से दुबई में कई प्रॉपर्टी भी खरीदे जाने का खुलासा ईडी सूत्रों ने किया है