अमरावती: 'राव...अगर तुम्हें यहां पेट्रोल से जला दिया जाए तो कौन तुम्हारी मदद करेगा?' हम अपनी इच्छानुसार रेत खोदते हैं. जिला कलेक्टर खुद यहां आए और बिना कुछ किए चले गए. यहां पुलिस भी कदम रखने से डरती है. क्या आप यहां आएंगे और ऐसी किसी चीज की तस्वीरें लेंगे? तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?'
ये धमकी रेत माफियाओं ने दी. 'न्यूजटुडे' के पत्रकार ने आपबीती सुनाई. उन्होंने कहा,'वाईएसआरसीपी (YSRCP) के अराजकतावादी गिरोह ने हमला किया और हत्या की कोशिश की.' पालनाडु जिले के अमरावती मंडल में 'न्यूजटुडे' के पत्रकार तेलाप्रोलू परमेश्वर राव पर हमला किया. परमेश्वर राव ने कहा,'वाईएसआरसीपी नेता वेम्पा श्रीनु, उसके फॉलोवर तुलसी तिरुपति राव, भविरीशेट्टी सुनील, भविरीशेट्टी नागेश्वर राव और चार अन्य ने हमला किया और हत्या की कोशिश की.'
वहां पर्यावरण परमिट की जरूरत होती है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं लिया गया. इस तरह अवैध रेत खनन का धंधा फल फूल रहा है. इस बारे में 'ईनाडु' अखबार में खबर प्रकाशित की गई. इस खबर को फॉलो करते हुए परमेश्वर राव रेत माफियाओं तक पहुंचे. इस घटना में गंभीर रूप से घायल परमेश्वर राव बड़ी मुश्किल से बच निकले.
माफियाओं ने किए हमले : परमेश्वर राव बुधवार सुबह मल्लाडी रेत खनन क्षेत्र में पहुंचे. उन्होंने अवैध खनन की तस्वीरें लेने की कोशिश की. इस दौरान वाईएसआरसीपी (YSRCP) के कथित नेताओं ने उनके ऊपर हमला कर दिया. इस दौरान परमेश्वर राव के साथ जमकर मारपीट की गई. वह किसी तरह से वहां से बचकर भाग निकले.
आरोपियों ने दी धमकी: रेत माफियाओं में शामिल सत्तारूढ़ दल के कथित नेताओं ने पीड़ित को धमकी भी दी. उन्होंने कहा कि इस मामले में उसे कोई बचाने नहीं आएगा. दुबारा इस ओर आने की हिम्मत नहीं करना. यह भी कहा कि राज्य में उनकी पार्टी की सरकार है. पीड़ित किसी तरह से अमरावती पहुंचा और अस्पताल में इलाज कराया. बाद में पुलिस ने उससे पूछताछ की.
पलनाडु जिले के एसपी रविशंकर रेड्डी को इस वारदात के बारे में अवगत कराया गया. पुलिस ने हमला करने की घटना के तहत मामला दर्ज कर लिया. पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास जैसी कड़ी धाराएं नहीं लगाई गई. पीड़ित ने कहा,'पलनाडु जिला कलेक्टर शिवशंकर मंगलवार को अमरावती मंडल में मल्लाडी की रेत पहुंच का निरीक्षण करने आए तो माफियाओं ने खुदाई रोक दी. हालांकि, बुधवार सुबह फिर से खुदाई चल रही थी, इसकी सूचना मिलने के बाद मैं दोपहर 12.30 बजे के आसपास वहां गया. मैंने खुदाई और निकासी की तस्वीरें और वीडियो बनाए. इसके बाद हमला किया गया.'