रांची: झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भगदड़ के दौरान 25 से 30 हजार लोगों की मौत हुई है. राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना के तहत राज्य डाटा सह प्रशिक्षण केंद्र और जल गुणवत्ता लैब का उद्घाटन करने आए मंत्री हफीजुल हसन ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि भगदड़ में हुई मौतों के आंकड़े छिपाए गए हैं. जेसीबी से मलबे को खपाया गया है. महाकुंभ में पहुंचे हजारों वाहनों का कोई हिसाब नहीं है. उन्होंने मीडिया पर सही तथ्य सामने न लाने का आरोप लगाते हुए उन्हें नसीहत भी दी.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ चल रहा है, जिसमें स्नान करने के लिए देशभर से करीब 50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हैं. इस दौरान मौनी अमावस्या के दिन 29 और 30 जनवरी की रात करीब 2 बजे प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई थी. भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत के बाद राजनीति भी चल रही है.
सनातन का अपमान करना बन गया है एक चलन : भाजपा
भारतीय जनता पार्टी ने मंत्री हफीजुल हसन के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने हफीजुल हसन के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि कुंभ में भगदड़ और 30 हजार लोगों की मौत की बात करने वाले हफीजुल हसन को अगर इतनी पीड़ा है तो उन्हें वहां जाकर मदद करनी चाहिए थी, लेकिन कुंभ पर सवाल उठाना और सनातन का अपमान करना एक चलन बन गया है. उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन के नेता हमेशा सनातनियों का अपमान करने की कोशिश करते हैं क्योंकि हम सहिष्णु और धैर्यवान हैं.
यह भी पढ़ें:
महाकुंभ का सफर: यात्रियों की भीड़ के आगे बेबस रेल प्रशासन, बढ़ाई गई सुविधा भी हो रही है कम