लखनऊ : इंडी गठबंधन में समाजवादी पार्टी को भाव नहीं मिल रहा है. जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के बाद अब झारखंड विधानसभा चुनाव में भी सपा खाली हाथ रह गई. इंडी गठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी ने समाजवादी पार्टी को झारखंड में एक भी सीट नहीं दी. इससे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव खफा हैं. सपा ने झारखंड की 81 सीटों में से 21 पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं. अखिलेश के इस कदम से अब कांग्रेस के साथ गठबंधन में भी दरार पड़ने की चर्चाएं शुरू हो गईं हैं.
जम्मू कश्मीर-हरियाणा में कांग्रेस ने सपा को नहीं दी थी सीट : देश के जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं या हो चुकें हैं, वहां समाजवादी पार्टी को कोई भी दल भाव नहीं दे रहा है. कांग्रेस ने पहले जम्मू कश्मीर और हरियाणा में समाजवादी पार्टी को चुनाव में एक भी सीट नहीं दी. इसके बाद महाराष्ट्र में भी अखिलेश के मन मुताबिक सीटें नहीं मिलीं. झारखंड में तो इंडी गठबंधन ने एक सीट भी सपा को देना मुनासिब नहीं समझा. इसके बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने झारखंड की 21 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार कर इंडी गठबंधन को भी आईना दिखा दिया है.
झारखंड की इन सीटों पर सपा ने उतारे प्रत्याशी : समाजवादी पार्टी ने झारखंड के पहले चरण के चुनाव के लिए 11 सीटों पर तो दूसरे चरण के लिए 10 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. जिन सीटों पर समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं उनमें बरही, गढ़वा, मनिका, हुसैनाबाद, विश्रामपुर, भनवाथपुर, छतरपुर, बाघमारा, टुंडी, निरसा जमशेदपुर, बरकट्ठा, बड़कागांव कांके, पाकुड़, महेशपुर, राजमहल, बोरयो, सारठ, जमुआ और जरमुंडी शामिल हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 ने बढ़ाया था सपा का कद : 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन था. सपा को उम्मीद थी कि देश के जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे वहां समाजवादी पार्टी को कांग्रेस अहमियत देगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. सपा को महाराष्ट्र और झारखंड में सीटें नहीं मिलीं और जम्मू कश्मीर व हरियाणा में भी कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को नहीं पूछा.
इंडी गठबंधन सपा से कर रहा किनारा : अब झारखंड में समाजवादी पार्टी के 21 प्रत्याशी मैदान में उतार देने से गठबंधन में अब सब कुछ सही चल नहीं रहा, ऐसी चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं. महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी को उम्मीद थी कि उसके वहां पर दो विधायक हैं तो कम से कम गठबंधन के तहत सीटें जरूर मिलेंगी लेकिन यहां भी गठबंधन ने अखिलेश को नहीं पूछा. समाजवादी पार्टी ने 12 सीटों की डिमांड की थी. जम्मू कश्मीर में भी समाजवादी पार्टी ने 20 प्रत्याशी अकेले दम मैदान में उतारे थे. हरियाणा में कांग्रेस के सीट न देने के बावजूद समाजवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे.
उत्तर प्रदेश में सपा ने कांग्रेस को नहीं दी एक भी सीट : हरियाणा और जम्मू कश्मीर में जब कांग्रेस पार्टी ने समाजवादी पार्टी को एक भी सीट नहीं दी तो इससे नाराज समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर हो रहे विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी को भी एक भी सीट नहीं दी. कांग्रेस से पूछे बिना ही उन्होंने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए. हालांकि पहले समाजवादी पार्टी ने सात सीटों पर ही प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन जब कांग्रेस पांच सीटें मांगने लगी तो बची हुई गाजियाबाद और खैर सीट पर भी समाजवादी पार्टी ने अपने ही प्रत्याशी उतार दिए. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने यूपी विधानसभा उपचुनाव न लड़ने का ही फैसला ले लिया.
सपा प्रवक्ता मनोज सिंह यादव ने बताया कि महाराष्ट में पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने 2 सीटें जीती थी. इस बार जिन सीटों पर पार्टी की जीत संभावना है, ऐसी 9 सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए गए हैं. इन प्रत्याशियों ने नामांकन भी कर दिया है. वहीं झारखंड में अभी दो सीटों को लेकर स्थिति साफ कर दी गई है. अन्य सीटों पर पर भी पार्टी जल्द फैसला ले लेगी. प्रत्याशी उतारने को लेकर इंडी गठबंधन से बात चल रही है.
पढ़िए किस राज्य में कब होने हैं चुनाव : झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होना है. नतीजे 23 नवंबर को आएंगे. इसी कड़ी में यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होना है. इसके नतीजे भी 23 नवंबर को ही आएंगे. इसी कड़ी में महाराष्ट्र में सभी 288 सीटों पर एक ही दिन 20 नवंबर को मतदान होना है. इसके नतीजे भी 23 नवंबर को ही आएंगे.
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