पटना : मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपने प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह को अनुशासनहीनता के कारण पद से मुक्त कर दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा कि मणिपुर को लेकर जो भ्रामक खबरें चल रही हैं, वे सही नहीं हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि जदयू का मणिपुर में एनडीए सरकार को समर्थन जारी रहेगा.
''जनता दल यूनाइटेड मणिपुर यूनिट की कुछ भ्रामक खबरें चल रही हैं. मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि जनता दल यूनाइटेड मणिपुर में सरकार को समर्थन देती रहेगी. वहां के अध्यक्ष अनुशासनहीनता के आरोप में उन्हें पद से मुक्ति किया जा चुका है. NDA की जो वहां सरकार है उसके पहले की तरह समर्थन जारी रहेगा. न सिर्फ मणिपुर बल्कि बिहार और देश में NDA की मजबूती के लिए जनता दल यूनाइटेड ने जो पहले काम किया है हम उसी तत्तपरता के साथ आगे भी समर्थन देते रहेंगे.''- राजीव रंजन, राष्ट्रीय प्रवक्ता, जेडीयू
'मणिपुर में समर्थन वापसी की खबर भ्रामक' : हाल ही में जदयू की मणिपुर यूनिट के प्रमुख वीरेंद्र सिंह ने राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को पत्र लिखकर एनडीए सरकार से समर्थन वापस लेने की बात कही थी. जिसके बाद यह कदम उठाया गया. इस मामले में राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि मणिपुर में जदयू का एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर है और उनका समर्थन एनडीए सरकार को मिलेगा.
जारी रहेगा मणिपुर सरकार को समर्थन : बता दें कि पहले मणिपुर में जदयू के छह विधायक थे, लेकिन उनमें से पांच विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. जिसके बाद जेडीयू का महज एक विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर बचे रह गए हैं. एक विधायक का जेडीयू का समर्थन मणिपुर की एन वीरेन सरकार को जारी रहेगा.
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