पटना: आज बिहार में एनडीए सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है लेकिन भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के कई विधायक अभी भी नाराज बताए जा रहे हैं. हालांकि दोनों दलों के नेताओं का कहना है कि सभी विधायक एकजुट हैं. इस बीच जेडीयू ने दावा किया है कि उनके सभी 45 विधायक नेतृत्व के संपर्क में हैं. जेडीयू नेताओं का दावा है कि शेखपुरा जिले के बरबीघा से विधायक सुदर्शन सिंह और खगड़िया जिले के परबत्ता से विधायक डॉ. संजीव कुमार सिंह से संपर्क हो गया है.
संजीव कुमार को रजौली गेस्ट हाउस में रोका: सियासी गहमागहमी के बीच खगड़िया जिले के परबत्ता से जेडीयू विधायक डॉ. संजीव कुमार सिंह को नवादा में पुलिस और प्रशासन ने डिटेन किया है. बताया जा रहा है कि विधायक झारखंड के रास्ते सोमवार की सुबह बिहार की सीमा में प्रवेश कर रहे थे, उसी दौरान उन्हें नवादा जिला प्रशासन ने बिहार-झारखंड बॉर्डर पर रजौली में रोक लिया. उन्हें वन विश्राम गृह रजौली में रखा गया है. जहां डीएम और एसपी भी मौजूद हैं.
झारखंड से लौट रहे थे संजीव सिंह: बताया जा रहा है कि विधायक संजीव सरकार से नाराज चल रहे थे और फ्लोर टेस्ट में पार्टी के खिलाफ जाकर मतदान कर सकते थे. वे अपने पार्टी नेतृत्व से पूरी तरह कटे हुए थे. वैसे इस मामले में नवादा जिला प्रशासन के कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है. आज ही बहुमत परीक्षण होना है. संभव है कि पुलिस अपनी अभिरक्षा में लेकर उनको पटना ले जाए.
आरजेडी नेताओं का लगा जमावड़ा: वहीं, सूचना मिलने के बाद रजौली गेस्ट हाउस के बाहर जिले भर के आरजेडी नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा हो गई. इन लोगों ने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया.
"आज 12 तारीख है और 11 बजे फ्लोर टेस्ट है, इसके बावजूद जिला प्रशासन द्वारा विधायक को रोका गया है ताकि वे फ्लोर टेस्ट में नहीं पहुंच सके. यह कार्य जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर किया जा रहा है. संजीव कुमार को फौरन जाने देना चाहिए."- श्रवण कुशवाहा, नेता, राष्ट्रीय जनता दल
ये भी पढ़ें:
नीतीश की बैठक में नहीं पहुंचे जेडीयू के 3 विधायक, इन विधायकों पर सस्पेंस
'सरकार जाने के डर से नीतीश ने पुलिस भेजकर तेजस्वी के आवास को घेर लिया है', RJD का गंभीर आरोप