बेंगलुरु: यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी जेडीएस नेता सूरज रेवन्ना को बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा केंद्रीय जेल भेज दिया गया है. इससे पहले जनप्रतिनिधि विशेष अदालत ने उनकी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत जारी रखी थी. इसके बाद रविवार रात उन्हें जेल ले जाया गया.
जेल पहुंचने में देरी के कारण रविवार को रेवन्ना को कैदी नंबर नहीं मिला था. उन्हें आज सोमवार को जेल अधिकारियों की तरफ से एक विचाराधीन कैदी नंबर दिया जाएगा. गौरतलब है कि सरकार ने मामले की जांच सीआईडी को सौंपी है. सूरज रेवन्ना को आज सीआईडी अधिकारियों द्वारा हिरासत में लिए जाने की संभावना है.
सूरज रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न का आरोप
सूरज रेवन्ना के खिलाफ होलेनरासीपुर ग्रामीण पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध), 342 (झूठी गिरफ्तारी के लिए सजा) और 506 (धमकी) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इस मामले में पीड़िता ने आरोप लगाया था कि सूरज ने यौन उत्पीड़न किया है.
पीड़िता ने कहा कि सूरज रेवन्ना ने 16 जून की शाम को होलेनरासीपुरा के गन्नीकांडा स्थित एक फार्महाउस में उसका यौन उत्पीड़न किया. इस संदर्भ में शनिवार रात सूरज रेवन्ना से पूछताछ की गई और बाद में हसन में सीईएन स्टेशन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
सीडीआई को सौंपी जांच
बाद में मामले की जांच के लिए सीआईडी को सौंप दिया गया. रविवार को पुलिस ने हसन के एचआईएमएस अस्पताल में मेडिकल जांच कराई और सूरज को बेंगलुरु के कोरमंगला में जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत के न्यायाधीश के समक्ष पेश किया. अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत का आदेश दिया.
बता दें कि सूरज हासन के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के बड़े भाई हैं, जो कई महिलाओं के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न के आरोप में पुलिस हिरासत में हैं. प्रज्वल को 31 मई को जर्मनी से लौटने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. वह अपने अपने खिलाफ बलात्कार और धमकी के मामले दर्ज होने के बाद से जर्मनी भाग गए थे.
उनके पिता एच डी रेवन्ना और मां भवानी जमानत पर बाहर हैं. उन पर अपने बेटे प्रज्वल के यौन उत्पीड़न की कथित पीड़िता का अपहरण करने और उसे अपने पास रखने का आरोप है.