रांची: विश्वकर्मा पूजा के मौके पर केन्द्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने आज आर्यभट्ट सभागार में हुनरमंद युवाओं के बीच ना केवल सर्टिफिकेट वितरित किया बल्कि कौशल रथ रवाना कर इसका लाभ लेने की अपील लोगों से की. इस मौके पर युवाओं को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस कौशल रथ के जरिए एक महीने तक शिक्षण संस्थानों में जा जाकर 25-25 विद्यार्थियों को ट्रेनिंग दी जाएगी इसके अलावा करियर काउंसलिंग भी की जाएगी.
इस तरह से प्रत्येक दिन 100 विद्यार्थियों को ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स के साथ-साथ करियर काउंसलिंग की व्यवस्था के लिए काउंसलर को भी रखा गया है. उन्होंने इस कार्य में स्थानीय सांसद सह केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इनके प्रयास से एक महीने तक करीब 20 प्रखंडों में यह कौशल रथ जाएगी जिसका लाभ युवा उठा सकते हैं.
पहली बार 100 दिनों में अभूतपूर्व काम हुआ- जयंत चौधरी
केन्द्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा है कि एक तरफ विश्वकर्मा पूजा है वहीं दूसरी ओर देश के प्रधानमंत्री का जन्मदिन भी है. उन्होंने कहा कि पहले चुनाव से पहले मेनिफेस्टो पर ध्यान दिया जाता था यदि सरकार बन जाती थी तो 5 साल तक क्या होता था उसका किसी को पता नहीं होता था. आज पहली बार ऐसा हुआ कि 100 दिन में अभूतपूर्व काम हुए. लोगों के बीच लक्ष्य भी रखे गए. ना केवल लक्ष्य को पूरा किया गया बल्कि उससे आगे हम लोग निकल गए.
प्रधानमंत्री मोदी से हमें सीखने का मौका मिला है यह खुशी की बात है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक नई योजना का निर्माण किया. गांव में कार्यरत कलाकारों को जो परंपरागत रूप से काम से जुड़े हुए थे उनके काम को और विकसित करने के लिए पहली बार कोई योजना देश में बनी. हर कलाकार का सम्मान इस तरह से नहीं हो पता था. भारत सरकार के 100 दिन के कार्यकाल को पूरा किया गया. टारगेट को सिर्फ पूरा नहीं बल्कि उसे अभी पार किया गया है और यह भी सराहनीय कार्य है. जिस तरह से सरकार का काम नहीं रुकता और पीएम हम सबको प्रोत्साहित करते हैं कि हम और बेहतर काम करें.
हर मंत्रालय ने बेहतर काम किया है. हमारी सरकार की कई उपलब्धियां है. किसानों के लिए व्यापार से जुड़े जो फैसला है वह भी लिए गए हैं. किसानों के लिए जो योजना लाई गई है उसे हमारी सरकार ने पूरा किया है. हमें टारगेट मिला था कि हम 100 दिन के कार्यक्रम में डेढ़ लाख महिलाओं को प्रशिक्षित करें. हमने इस टारगेट को भी पार किया है और 3 लाख महिलाओं को कौशल विकास से जोड़ा है.
भगवान बिरसा मुंडा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में मानते हैं. आदिवासियों को भारत सरकार उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए तत्पर है. केंद्र कई योजनाएं और बजट वैसे लोगों के लिए लाई जिनके लिए मूल सुविधाएं नहीं मिल पाती है. हम झारखंड में क्या कर सकते हैं और क्या कर रहे हैं उसके बारे में हम चर्चा कर रहे हैं. यहां के बच्चों को विकसित करने के लिए और नौकरी की ओर ले जाने के लिए लेकिन नए अभियान की शुरुआत आज से यहां की जा रही है.
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