गया/पटना : बिहार का खान-पान-जलपान और साथ में चाय की चुस्की, जिसे यह मिल जाए वह सहज ही आनंद की अनुभूति करने लगता है. कुछ ऐसा ही भारत में जापान के एम्बेसडर हिरोशी एफ सुजुकी के साथ हुआ है. 'खाजा' से लेकर 'तंदूरी चाय' तक की हिरोशी ने जमकर तारीफ की. साथ ही उन्होंने कहा कि, 'I Love Bihar, फिर मिलेंगे'.
महाबोधि मंदिर पहुंचे सुजुकी : दरअसल, हिरोशी एफ सुजुकी बीते दिनों बिहार आए थे. तय कार्यक्रम के अनुसार वह गया पहुंचे. बोधगया पहुंचकर महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना की. कई लोगों से मिले. इसके बाद 80 फीट बुद्ध मूर्ति के दर्शन किए. साथ ही राजगीर भी गए.
Much looking forward to my visit to Mahabodhi Temple in Bodh Gaya!!
— Hiroshi Suzuki, Ambassador of Japan (@HiroSuzukiAmbJP) July 1, 2024
Touched to visit the place where Buddha attained enlightenment 🙏🌸
From here, Buddhism arrived in Japan in mid 6th Century, linking 🇯🇵&🇮🇳with rich historic cultural ties !! pic.twitter.com/n2KnR4B4AE
यम यम.. बिहार इज वेरी फेमस स्वीट 'खाजा' : इस बीच उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स ( ट्विटर) से कई पोस्ट शेयर किये हैं, जिसमें बिहारी 'खाजा' मिठाई उन्हें खूब भाया है. अपने पोस्ट में जापानी एंबेसडर ने लिखा है.. यम यम.. बिहार इज वेरी फेमस स्वीट 'खाजा'. बिहार की मिठाई को लेकर जापानी राजदूत के इस पोस्ट को काफी सराहा जा रहा है. कहें, तो बिहार के देहाती इलाके से शहरों में आई खाजा मिठाई अब जापान तक फेमस हो गई है.
Yum yum !!👍😄
— Hiroshi Suzuki, Ambassador of Japan (@HiroSuzukiAmbJP) July 1, 2024
Bihar's very famous Sweet " khaja" pic.twitter.com/EJmljRILeW
'मेरी पहली तंदूरी चाय! गरमागरम' : इसके साथ ही सुजुकी ने तंदूरी चाय का भी लुत्फ उठाया. जब चाय बनायी जा रही थी तो इसके तरीके से हिरोशी काफी रोमांचित हो रहे थे. वीडियो में भी साफ देखा जा सकता है कि वह किस प्रकार से इस चाय की चुस्की के लिए उत्साहित हैं. कहा मेरी पहली तंदूरी चाय! गरमागरम.
My first tandoori chai!
— Hiroshi Suzuki, Ambassador of Japan (@HiroSuzukiAmbJP) July 1, 2024
गरमागरम🔥 pic.twitter.com/hHplg1UJLW
कई स्थानों का किया दौरा : हिरोशी सुजुकी ने आगे लिखा, ''जापानी बौद्ध भिक्षु फूजी निचिदात्सु के पदचिन्हों पर चलते हुए, राजगीर में निप्पोनजन-मायोहोजी मंदिर और शांति स्तूप का दौरा करके खुशी हुई. 1933 में, उन्होंने महात्मा गांधी से मुलाकात की और उनके अहिंसा के सिद्धांत को अपनाया. यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल नालंदा महाविहार के पुरातात्विक स्थल का दौरा किया. JICA NH82 और NH83 को अपग्रेड कर रहा है, जो पटना से सुगम पहुंच प्रदान करता है. आशा है कि कई और लोग बौद्ध धर्म और ज्ञान की इस ऐतिहासिक विरासत को देखने आएंगे.''
I ❤️Bihar, फिर मिलेंगे 👋 pic.twitter.com/KKrX3exuJ2
— Hiroshi Suzuki, Ambassador of Japan (@HiroSuzukiAmbJP) July 1, 2024
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