नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में बीती रात हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैय्यबा के संगठव द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) ने ली है. इस हमले एक डॉक्टर और छह प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई. इलाके में सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन जारी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया पर प्रसारित टीआरएफ के बयान के अनुसार टीआरएफ प्रमुख शेख सज्जाद गुल हमले का मास्टरमाइंड है. समूह के स्थानीय मॉड्यूल ने कश्मीरियों और गैर-कश्मीरियों को एक साथ निशाना बनाकर हमला किया. बयान में कहा गया है कि हमले का लक्ष्य एक कंस्ट्रक्शन साइट स्थल था जहां मुख्य रूप से सैन्य परिवहन के लिए एक अरब डॉलर की सुरंग परियोजना चल रही है.
A National Investigation Agency team, led by a senior officer, headed to terror attack site in Gagangir in Jammu and Kashmir's Ganderbal district where a doctor and six construction workers were killed when terrorists opened fire at a construction site on Sunday, 20th October. pic.twitter.com/TuprVE0tKC
— ANI (@ANI) October 21, 2024
हमले की जांच करेगी एनआईए
गांदरबल आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी करेगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपी जा सकती है. फिलहाल एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक टीम जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के गगनगीर में घटनास्थल पर पहुंच रही है.
जिस तरह से हमले को अंजाम दिया गया ऐसा माना जा रहा है कि इसमें टीआरएफ का हाथ है. इस हमले के बाद आतंकी फरार हो गए. कहा जा रहा है कि आतंकियों ने पहले से इलाके की रेकी की थी.
आतंकवादियों ने मध्य कश्मीर के गंदेरबल में गगनेर को सोनमर्ग से जोड़ने वाली निर्माणाधीन जेड-मोड़ सुरंग पर काम कर रहे श्रमिकों के शिविर पर गोलीबारी की. गंदेरबल जिले को लंबे समय से शांतिपूर्ण क्षेत्र माना जाता है लेकिन हाल के वर्षों में पहली बार गैर-स्थानीय लोगों को निशाना बनाया गया है. ये जिला काफी हद तक शांत रहा और जिस इलाके में आज गोलीबारी हुई. वहां पिछले 10-15 सालों से शांति थी. कल शाम हुए आतंकी हमले के बाद सीआरपीएफ के सुरक्षाकर्मियों ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया है.