बडगाम: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में रविवार की शाम एक बड़ा आतंकी हमला हुआ था, जिसमें टनल में काम कर रहे 6 मजदूरों और एक डॉक्टर की भी मौत हो गई थी. सोमवार को जनाजे की नमाज के बाद उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया. गमगीन माहौल के बीच डॉ शाहनवाज डार के बेटे मोहसिन शाहनवाज डार ने अपने पिता की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि, पिता उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे. पिता को उम्मीद थी कि, वह एक दिन डॉक्टर बनेंगे.
डॉ शाहनवाज डार के बेटे मोहसिन शाहनवाज डार ने कहा कि, वह एक आईएएस अधिकारी बनना चाहते थे लेकिन उनके अधिकारी बनने का सपना चकनाचूर हो गया. डार ने कहा, "मेरे पिता, डॉ शाहनवाज डार हमारे क्षेत्र में एक सम्मानित और ईमानदार व्यक्ति थे." "वह चाहते थे कि मैं चिकित्सा में अपना करियर बनाऊं, लेकिन मैं एक आईएएस अधिकारी बनने की ख्वाहिश रखता था. मेरे दादा, जो एक पुलिस इंस्पेक्टर थे, उनका मानना था कि मैं यह सपना पूरा करूंगा."
बता दें कि, गांदरबल जिले में श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर एक सुरंग निर्माण स्थल पर अज्ञात आतंकवादियों के हमले में डॉ डार और छह मजदूरों की मौत हो गई थी. यह हमला उस समय हुआ जब रविवार देर शाम मजदूर अपने शिविर में लौट रहे थे. इस आतंकी हमले की हर जगह व्यापक निंदा हुई. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने हिंसा के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया है.
अब्दुल्ला ने कहा, "यह हमला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. गरीब अप्रवासी मजदूरों और एक डॉक्टर ने अपनी जान गंवा दी. उन्होंने कहा, आतंकवादी क्या हासिल करना चाहते हैं? क्या उन्हें लगता है कि वे यहां पाकिस्तान बना सकते हैं?" फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा "मैं पाकिस्तान के नेतृत्व से आग्रह करता हूं कि अगर वे भारत के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं तो आतंकवाद को खत्म करें. जम्मू और कश्मीर के लोग सम्मान के साथ जीने और इस दुख से आगे बढ़ने के हकदार हैं."
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