श्रीनगर: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को कहा कि उसने कश्मीर घाटी की सभी सीटों पर उम्मीदवार न उतारने का रणनीतिक कदम उठाया है. नरेंद्र मोदी सरकार में राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि उम्मीदवारों के उतारने और उनकी संख्या का शांति और पत्थरबाजी से कोई संबंध नहीं है.
जितेंद्र सिंह ने श्रीनगर में ईटीवी भारत से कहा, "हर राजनीतिक दल का रणनीतिक फैसला होता है. यह हमारा रणनीतिक कदम है." सिंह चुनावी सरगर्मियों के बीच श्रीनगर में थे और उन्होंने ईटीवी भारत के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पार्टी ने घाटी के 16 विधानसभा क्षेत्रों में केवल सात उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, जहां पहले चरण में 25 सितंबर को मतदान होना है.
कांग्रेस और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के कश्मीर दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने रामबन में कहा कि बीजेपी और मोदी जम्मू-कश्मीर में नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि दो परिवारों द्वारा फैलाई गई नफरत के कारण देश और जम्मू-कश्मीर के लोगों को तीन दशकों से आतंकवाद का सामना करना पड़ रहा है.
'बीजेपी के प्रयास से कायम हुई शांति'
डॉ. जितेंद्र ने राहुल गांधी को हाल ही में लालचौक की उनकी रात की यात्रा की याद दिलाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार के प्रयासों से जम्मू-कश्मीर में शांति कायम हुई है. उन्होंने कहा, "काफी प्रयासों के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने शांति और माहौल बहाल किया है, जहां राहुल गांधी अहदूस में कबाब और लालचौक में आइसक्रीम का लुत्फ उठा सकते हैं."
'पारदर्शी माहौल में वोट प्रतिशत बढ़ रहा है'
उन्होंने कहा, "वे (एनसी और कांग्रेस) कश्मीर को उन हाथों में वापस धकेलना चाहते हैं जिन्होंने कश्मीर को बर्बाद कर दिया." उन्होंने कहा कि निष्पक्ष और पारदर्शी माहौल में वोट प्रतिशत बढ़ रहा है. हम कश्मीर घाटी के लोगों से आग्रह करते हैं कि वे ऐसे राजनीतिक दलों और राजनेताओं से छुटकारा पाएं जो कश्मीर को बर्बाद करना चाहते हैं.
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