नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के उपाध्यक्ष चौधरी जुल्फकार अली ने यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह केंद्र शासित प्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
अली पेशे से वकील हैं और उन्होंने 2008 और 2014 के विधानसभा चुनावों में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के टिकट पर राजौरी जिले के दरहाल विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी. उन्होंने 2015 से 2018 तक महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया.
जून 2018 में राष्ट्रीय पार्टी के सरकार से बाहर हो जाने के बाद गठबंधन सरकार गिर गई. पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व में कई पीडीपी नेताओं ने बाद में 2020 में अपनी पार्टी की स्थापना की और अली इसके संस्थापक सदस्यों में से एक थे.
एक भाजपा नेता ने कहा कि अली ने दिल्ली में गृह मंत्री से मुलाकात की और विधानसभा चुनाव सहित जम्मू एवं कश्मीर से संबंधित कई मुद्दों पर उनके साथ चर्चा की. नेता ने कहा कि उन्होंने भाजपा में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है. चुनाव से पहले उनके शामिल होने से पार्टी को बड़ा बढ़ावा मिलेगा, जो केंद्र शासित प्रदेश में अपने दम पर सरकार बनाने पर नजर गड़ाए हुए है.
ताज मोहिउद्दीन ने डीपीएपी छोड़ी, कांग्रेस में होंगे शामिल
एक अन्य राजनीतिक घटनाक्रम में वरिष्ठ नेता ताज मोहिउद्दीन ने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) से इस्तीफा दे दिया। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री ताज मोहिउद्दीन ने गुलाम नबी आजाद की पार्टी डीपीएपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की. ताज मोहिउद्दीन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) से इस्तीफा दे दिया है.उन्होंने कहा कि वह कुछ दिनों में कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे, जिसके साथ वह चार दशकों से अधिक समय से जुड़े हुए हैं. मेरा 'घर वापसी' का इरादा है, लेकिन जब तक मैं अपने कार्यकर्ताओं से नहीं कहूंगा, तब तक ऐसा करने का कोई सवाल ही नहीं है. अब मेरे कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में मुझे ऐसा करने के लिए कहा है. इसलिए, मैं बहुत जल्द 'घर वापसी' कर रहा हूं.
डीपीएपी छोड़ने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर मोहिउद्दीन ने कहा कि वह लगभग 45 वर्षों से कांग्रेस के साथ थे और उनके कार्यकर्ता उन्हें केवल इस पुरानी पार्टी और उसके प्रतीक से ही जोड़ते थे. उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के उरी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक मोहिउद्दीन ने अगस्त 2022 में आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. बाद में वह आजाद के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हो गए थे. पूर्व विधायक और अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता कमर अली चौधरी ने ईटीवी भारत से कहा कि मैं अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राजनीतिक भविष्य के बारे में बात कर रहा हूं और कुछ दिनों के भीतर हम तय करेंगे कि कहां जाना है.
बता दें कि चुनाव आयोग ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा की और कहा कि मतों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी.