नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हिमाचल की सत्ता में है और उन्हें राज्य के हित को देखते हुए काम करना चाहिए. देशभर में तीन मेडिकल डिवाइस पार्क बनने थे, उनमें से एक के लिए हमने बोली जीती...केंद्र सरकार ने भूमि विकास के लिए 30 करोड़ रुपये दिए, जब यह हो गया तो राज्य सरकार ने कहा कि हम इन शर्तों को मानने के लिए तैयार नहीं हैं और हम यह पैसा वापस कर रहे हैं, मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ा नुकसान है...बेरोजगारों को रोजगार मिलना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, उद्योग आने की संभावनाएं खत्म हो गई.
भाजपा नेता ने कहा कि इसके पीछे का कारण यह लगता है कि वे प्लॉट बनाकर बेचना चाहते हैं, यह राज्य के हित में नहीं बल्कि कांग्रेस के कुछ नेताओं के हित में है. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि नीति आयोग की बैठक में शामिल न होकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया है. अगर उन्हें (सीएम सुक्खू को) लगता है कि बजट में और कुछ होना चाहिए तो वे बैठक में हिस्सा ले सकते थे और अपनी बात रख सकते थे, लेकिन वे शिमला से दिल्ली पहुंचे और सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के साथ चाय पीते हुए दिन बिताया...मुख्यमंत्री के पास राजनीति करने के कई मौके हो सकते हैं लेकिन प्रदेश के विकास के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
संसद में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के जातिगत बयान पर उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर ने किसी का नाम ही नहीं लिया था, मगर विपक्ष बजट पर बात ना कर इधर उधर की बातों को मुद्दा बना रहा है. इस सवाल पर कि विपक्ष बजट में विशेष पैकेज पर भी केंद्र पर आरोप लगा रहा क्योंकि देश में अन्य राज्यों में भी आपदाएं आई हैं. हिमाचल में भी बाढ़ की स्थिति थी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सभी राज्यों की सहायता कर रही और हिमाचल को भी समय समय पर सहायता मिलती रही है. यहां तक कि पिछली बार जो आपदा आई थी उसका जिक्र भी वित मंत्री ने अपने भाषण में किया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को बजट पर राजनीति ना करके अपने राज्यों के मुद्दे उठाने चाहिए.
यह भी पढ़ें- यूपी सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए यह सब कर रही, लव जिहाद कानून पर बोले अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद