जबलपुर। एक बार फिर जबलपुर के हिंदू धर्म सेवा नाम के संगठन ने दावा किया है कि दो मुस्लिम युवकों ने हिंदू धर्म को अपना लिया है. इन दोनों ही युवकों ने हिंदू धर्म को अपनाने की प्रक्रिया को सदर के एक मंदिर में पूरा किया है. इनमें से एक युवक अनाथ है और दूसरा बहुत दिनों से धर्म परिवर्तन के बारे में विचार कर रहा था. शनिवार को इन दोनों ने विधि विधान से हिंदू धर्म को अपना लिया है. हालांकि ऐसे दावे इसके पहले भी किया जा चुके हैं और कुछ दिनों बाद ही हिंदू धर्म को अपनाने वाले लोग वापस अपने धर्म में लौट गए.
अजीजुल हसन बना अनय ठाकुर और अल्लाहरखा बना विजय चौहान
जबलपुर के धर्म सेना नाम की एक संगठन ने दावा किया है कि 'दो मुस्लिम धर्म के युवकों ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है. सदर के काली माई मंदिर में पंडित अमित शर्मा ने इन दोनों को धार्मिक विधि विधान से हिंदू धर्म की दीक्षा दी.' इनमें से एक युवक अजीजुल हसन का कहना है कि 'उसकी पूरी पढ़ाई लिखाई सरस्वती शिशु मंदिर में हुई है. वह जीवन में कभी किसी मस्जिद में नहीं गया. उसने कभी नमाज नहीं पढ़ी और उसे कुरान के बारे में भी बिल्कुल ज्ञान नहीं है. उसका पूरा लालन-पालन हिंदू लोगों के बीच में हुआ है. इसलिए वह अपने धर्म को छोड़कर हिंदू बनना चाह रहा है और उसने अपना नाम बदलकर अनय ठाकुर रख लिया है.'
एक दूसरे युवक अल्लाहरखा के बारे में हिंदू धर्म सेना के पदाधिकारी योगेश अग्रवाल ने बताया कि 'अल्लाहरखा लंबे समय से उनके संपर्क में था. उसके माता-पिता के बारे में कोई जानकारी किसी को नहीं है. वह अनाथ है और वह भी मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू बनना चाहता था. इसलिए उसे भी आज हिंदू धर्म की दीक्षा दी गई है और अब उसका नाम विजय चौहान होगा.'
वहीं जबलपुर के हिंदू धर्म सेना के पदाधिकारी योगेश अग्रवाल का कहना है कि 'भारत के ज्यादातर मुस्लिम हिंदू ही थे. उन्होंने धर्म परिवर्तन करके मुस्लिम धर्म को अपनाया था, इसलिए यदि वे धर्म परिवर्तन करके दोबारा हिंदू बनना चाहते हैं तो हिंदू धर्म सेवा उनकी मदद करने के लिए तैयार है.'
पिछले साल भी एक युवक को धर्म परिवर्तन कराने का दावा
कुछ इसी तरह का दावा पिछले साल धर्म सेना ने एक युवक के माध्यम से किया गया था. उसका धर्म परिवर्तन भी जबलपुर के ग्वारीघाट में नर्मदा नदी में स्नान कराकर किया गया था, लेकिन इस युवक ने मात्र 15 दिनों के बाद ही दोबारा अपने धर्म में वापसी कर ली थी. उसके पीछे उस युवक ने जो कहानी सुनाई थी. उसमें वह किसी हिंदू लड़की से प्रेम करता था. उसी के चलते उसने अपना धर्म परिवर्तन किया था, लेकिन जब लड़की ने शादी करने से मना कर दिया तो उसने दोबारा मुस्लिम धर्म में वापसी कर ली थी.
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कुछ इसी तरह का दावा बजरंग दल ने भी किया था. उन्होंने एक समारोह के दौरान एक युवक के बारे में जानकारी दी थी कि वह मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू बनना चाह रहा है. उसे एक धार्मिक आयोजन में हिंदू बनाया गया था, लेकिन जब इस मामले में पड़ताल की गई तो पता लगा कि वह युवक जबलपुर का नहीं था और उसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है. वह अभी भी हिंदू है या केवल इस आयोजन के लिए उसे कहीं से लेकर आया गया था.