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आईएसआईएस के इंडियन चीफ हारिस फारूकी का उत्तराखंड कनेक्शन आया सामने, बांग्लादेश से पहुंचा था भारत - ISIS INDIA CHIEF HARIS FAROOQI - ISIS INDIA CHIEF HARIS FAROOQI

ISIS India head Haris Farooqi Uttarakhand connection इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर असम पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. असम पुलिस ने आईएसआईएस के इंडियन चीफ हारिस फारूकी और उसके साथी आतंकी अनुराग सिंह को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में पता चला है कि हारिस फारूकी उत्तराखंड का रहने वाला है और उसका परिवार देहरादून में रहता है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 21, 2024, 1:05 PM IST

Updated : Mar 21, 2024, 1:52 PM IST

आईएसआईएस के इंडियन चीफ हारिस फारूकी का उत्तराखंड कनेक्शन आया सामने

देहरादून: असम पुलिस के हाथ आया आतंकी संगठन आईएसआईएस का इंडियन चीफ हारिस फारूकी का उत्तराखंड कनेक्शन सामने आया है. हारिस फारूकी उत्तराखंड के देहरादून जिले का रहने वाला है. वहीं उसका सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान पानीपत का रहने वाला है. अनुराग सिंह ने इस्लाम धर्म अपना लिया था और उसकी पत्नी बांग्लादेश की नागरिक है. हारिस फारूकी का उत्तराखंड कनेक्शन सामने आने के बाद प्रदेश की पुलिस भी अलर्ट हो गई है और अपने स्तर पर भी देहरादून छानबीन शुरू कर दी है.

जानकारी के मुताबिक असम पुलिस ने आईएसआईएस के इंडियन चीफ हारिस फारूकी को धुबरी में उसके साथी अनुराग सिंह के साथ गिरफ्तार किया है. दोनों सीमा पार कर बांग्लादेश से भारत में घुसे थे. पूछताछ में पता चला कि हारिस फारूकी देहरादून का रहने वाला है. उसका परिवार पिछले करीब 20 सालों से देहरादून के डालनवाला कोतवाली क्षेत्र में रहता है. फारूकी के पिता देहरादून में ही यूनानी दवाखाना चलाते हैं.

स्थानीय इंटेलिजेंस और पुलिस के अनुसार फारूकी पिछले 10-12 साल से देहरादून नहीं आया है. फारूकी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है, लेकिन विश्वविद्यालय से निकलने के बाद वो कभी अपने परिवार के पास देहरादून नहीं आया. हारिस फारूकी और उससे साथी आतंकवादी अनुराग सिंह ने भारत में ही आतंक की ट्रेनिंग ली है.

दोनों पर आरोप है कि वो आतंकी फंडिंग जुटाने के साथ ही आतंकी साजिशों पर काम करते थे. इसके अलावा ये दोनों युवाओं को गुमराह कर उन्हें अपने संगठन में भर्ती करने का भी प्रयास करते थे. दोनों आतंकियों के खिलाफ दिल्ली और लखनऊ में कई मुकदमें लंबित हैं.

वहीं इस पूरे मामले पर एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया कि हारिस फारूकी पिछले 10 से 12 सालों से देहरादून नहीं आया है. गलत गतिविधियों के चलते हारिस फारूकी का परिवार के किसी भी सदस्य से संपर्क नहीं था. इंटेलिजेंस से मिले इनपुट के बाद पुलिस ने इस मामले में जांच की थी, जिसमें यह सामने आया कि हारिस फारूकी अपने किसी भी परिजन के संपर्क में नहीं है और न ही वह पिछले 12 सालों में देहरादून आया है.

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आईएसआईएस के इंडियन चीफ हारिस फारूकी का उत्तराखंड कनेक्शन आया सामने

देहरादून: असम पुलिस के हाथ आया आतंकी संगठन आईएसआईएस का इंडियन चीफ हारिस फारूकी का उत्तराखंड कनेक्शन सामने आया है. हारिस फारूकी उत्तराखंड के देहरादून जिले का रहने वाला है. वहीं उसका सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान पानीपत का रहने वाला है. अनुराग सिंह ने इस्लाम धर्म अपना लिया था और उसकी पत्नी बांग्लादेश की नागरिक है. हारिस फारूकी का उत्तराखंड कनेक्शन सामने आने के बाद प्रदेश की पुलिस भी अलर्ट हो गई है और अपने स्तर पर भी देहरादून छानबीन शुरू कर दी है.

जानकारी के मुताबिक असम पुलिस ने आईएसआईएस के इंडियन चीफ हारिस फारूकी को धुबरी में उसके साथी अनुराग सिंह के साथ गिरफ्तार किया है. दोनों सीमा पार कर बांग्लादेश से भारत में घुसे थे. पूछताछ में पता चला कि हारिस फारूकी देहरादून का रहने वाला है. उसका परिवार पिछले करीब 20 सालों से देहरादून के डालनवाला कोतवाली क्षेत्र में रहता है. फारूकी के पिता देहरादून में ही यूनानी दवाखाना चलाते हैं.

स्थानीय इंटेलिजेंस और पुलिस के अनुसार फारूकी पिछले 10-12 साल से देहरादून नहीं आया है. फारूकी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है, लेकिन विश्वविद्यालय से निकलने के बाद वो कभी अपने परिवार के पास देहरादून नहीं आया. हारिस फारूकी और उससे साथी आतंकवादी अनुराग सिंह ने भारत में ही आतंक की ट्रेनिंग ली है.

दोनों पर आरोप है कि वो आतंकी फंडिंग जुटाने के साथ ही आतंकी साजिशों पर काम करते थे. इसके अलावा ये दोनों युवाओं को गुमराह कर उन्हें अपने संगठन में भर्ती करने का भी प्रयास करते थे. दोनों आतंकियों के खिलाफ दिल्ली और लखनऊ में कई मुकदमें लंबित हैं.

वहीं इस पूरे मामले पर एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया कि हारिस फारूकी पिछले 10 से 12 सालों से देहरादून नहीं आया है. गलत गतिविधियों के चलते हारिस फारूकी का परिवार के किसी भी सदस्य से संपर्क नहीं था. इंटेलिजेंस से मिले इनपुट के बाद पुलिस ने इस मामले में जांच की थी, जिसमें यह सामने आया कि हारिस फारूकी अपने किसी भी परिजन के संपर्क में नहीं है और न ही वह पिछले 12 सालों में देहरादून आया है.

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Last Updated : Mar 21, 2024, 1:52 PM IST
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