पानीपत: आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) के इंडिया चीफ हैरिस फारूकी उर्फ हरीश अजमल फारुखी और उसके सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान को असम के धुबरी जिले से गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों ने बांग्लादेश बॉर्डर से भारत में प्रवेश किया था. हारिस फारूकी के साथी रेहान का कनेक्शन हरियाणा के पानीपत से सामने आया है. वो पहले अनुराग हुआ करता था बाद में इस्लाम कबूल करके रेहान बन गया.
कौन है अनुराग उर्फ रेहान?: हरियाणा के रेलवे विभाग में रेलवे सेक्शन ऑफिसर अनुराग उर्फ रेहान का कनेक्शन पानीपत के दीवाना गांव से है. अनुराग ने B.TECH की और पांच साल पहले हरियाणा रेलवे विभाग में बतौर सेक्शन ऑफिसर चयनित हुआ था. अनुराग बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में अव्वल था. इस बीच अनुराग से रेहान बने शख्स ने लंबी दाढ़ी रखनी शुरू कर दी और अकेला रहने लगा. खबर है कि कोर्ट में कोचिंग के समय से ही अनुराग आतंकवादी संगठनों के संपर्क में आया था और आईएसआई आतंकी संगठन का सदस्य बना. इस दौरान उसने इस्लाम धर्म अपनाया और अपना पूरा हुलिया भी बदल लिया. जिसकी जानकारी उसके घर पर भी किसी को नहीं थी.
दो साल पहले बांग्लादेशी लड़की से की शादी: पानीपत के दीवाना गांव के लोगों का कहना है कि बीते बुधवार को जब असम पुलिस ने अनुराग को गिरफ्तार किया तो पता चला कि रेहान के रूप में अनुराग एक बड़ा आतंकी बन गया है. जांच में धीरे-धीरे अनुराग की जिंदगी के बीते दो-तीन सालों का भी खुलासा होता गया. जिसमें बताया गया कि अनुराग ने चोरी-छिपे करीब दो साल पहले बांग्लादेश की युवती से निकाह कर लिया है. अनुराग की शादी के बारे में उसकी मां और भाई को कोई जानकारी नहीं थी.
'मां ने बताया बेटा बदल गया है': पड़ोसियों ने बताया कि दो-तीन सालों से अनुराग भाई व मां से भी अलग रहने लगा था. उसकी मां ने इस बारे में बताया था कि 'अनुराग अब बदल गया है. अब न तो व दाढ़ी काटता है और न ही कार्यालय में अच्छे कपड़े पहनकर जाता है. न वो अपने भाई से बात करता है और न ही मुझसे संपर्क करता है'. पड़ोसियों ने बताया कि पानीपत के दीवाना गांव में अनुराग की मां कभी-कभी अपने मकान की देखरेख और जमीन की जानकारी लेकर वापस चली जाती थी.
दीवाना गांव में बीता बचपन: अनुराग के 700 गज में बने दो कमरों के मकान में एक प्रवासी परिवार किराए पर रहता है. यहीं पर अनुराग का बचपन बीता था. अनुराग व उसका भाई करीब 10 साल से गांव नहीं आए थे. सिवाह गांव का जयकुमार ने उनके पौने 10 एकड़ भूमि ठेके पर ली है. पानीपत पुलिस भी दीवाना गांव जाकर अब अनुराग के बारे में जानकारी जुटा रही है.
पिता का हो चुका है निधन: अनुराग पहले हरियाणा के जिला पानीपत में गांव दीवाना में रहता था. उसके पिता का देहांत हो चुका है, जो पेशे से वकील थे. अनुराग की मां हिंदी में M.A है. पिता की मौत के बाद मां दोनों बेटों अनुराग व उसके भाई को लेकर सोनीपत चली गई. वो यहां किराए पर रहती थी. दोनों बेटों का निजी स्कूल में दाखिला करा दिया.
दोनों आरोपियों पर आरोप: दोनों आरोपियों ने पूरे भारत में कई स्थानों पर आतंकी भर्ती, आतंकी फंडिंग और आतंकी कृत्यों को अंजाम देने की साजिशों के माध्यम से भारत में आईएसआईएस के उद्देश्य को आगे बढ़ाया था. दोनों आतंकियों के खिलाफ एनआईए, दिल्ली और एटीएस, लखनऊ आदि में कई मामले लंबित हैं. एसटीएफ, असम इन्हें आगे की कानूनी कार्रवाई करने के लिए आरोपियों को एनआईए को सौंपेगी. दोनों आरोपी लड़कों और लड़कियों का ब्रेन वॉश करने में माहिर है. दोनों युवाओं को आतंकी संगठन में जुड़ने के लिए लुभाने में भी माहिर है.
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