नई दिल्ली: ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा है कि तेहरान भारतीय अधिकारियों को उस मालवाहक जहाज के चालक दल के 17 भारतीय सदस्यों से मिलने की अनुमति देगा. जिसे ईरानी सेना ने शनिवार को होर्मुज जलडमरूमध्य के पास जब्त कर लिया था.
एक ईरानी रीडआउट के अनुसार, अमीर-अब्दुल्लाहियन ने रविवार को टेलीफोन पर बातचीत के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर को यह जानकारी दी. वार्ता में जयशंकर ने पुर्तगाली झंडे वाले मालवाहक जहाज एमएससी एरीज पर सवार भारतीयों की रिहाई का आह्वान किया.
ईरान की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि अमीर-अब्दुल्लाहियन के हवाले से कहा गया है कि हम जब्त किए गए जहाज के विवरण पर नजर रख रहे हैं. जल्द ही भारत सरकार के प्रतिनिधियों के लिए उक्त जहाज के चालक दल से मिलना संभव होगा. इसमें कहा गया कि जयशंकर ने 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों की स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त की. इस संबंध में ईरान से सहायता का अनुरोध किया.
ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के विशेष नौसेना बलों ने कथित तौर पर इजरायल के साथ इसके संबंधों को देखते हुए 'एमएससी एरीज' को जब्त कर लिया. एमएससी (मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी) ने शनिवार को कहा कि वह चालक दल के 25 सदस्यों की भलाई और जहाज की वापसी के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही है.
ईरानी कार्रवाई के कुछ घंटे बाद, व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि जहाज के चालक दल में भारतीय, फिलिपिनो, पाकिस्तानी, रूसी और एस्टोनियाई नागरिक शामिल थे. भारत में आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि वह 17 भारतीयों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए ईरान के संपर्क में है.