रांची: झारखंड पुलिस का मोस्ट वांटेड अपराधी मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा को यूरोप से गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस सूत्रों ने मयंक सिंह की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. मयंक सिंह झारखंड के कुख्यात अमन साव और कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई का बेहद खास बताया जा रहा है.
अजर बैजान से हुआ गिरफ्तार
झारखंड पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुख्यात मयंक सिंह को यूरोप के अजर बैजान से गिरफ्तार किया गया है. मयंक सिंह को झारखंड पुलिस की सूचना पर ही गिरफ्तार किया गया. झारखंड एटीएस ने मयंक सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था, जिसके तहत मयंक की गिरफ्तरी हुई है. पुलिस के मुताबिक कुख्यात वो फिलहाल इटंरपोल के कब्जे में है. प्रत्यर्पण के लिए प्रयास किया जा रहा है.
लॉरेंस का बचपन का दोस्त है मयंक सिंह
मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा अपराध की दुनिया का एक जाना माना नाम है. कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के बचपन के दोस्त मयंक सिंह का पूरा नाम सुनील सिंह मीणा है. बताया जाता है कि अपराध की दुनिया में लॉरेंस और मयंक ने एक साथ कदम रखा था. अपराध के कई मामलों में मयंक जेल भी जा चुका है, लेकिन पिछले 2 साल से वह मलेशिया में बैठकर लॉरेंस के कहने पर झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के साथ काम कर रहा था. अमन और लॉरेंस बिश्नोई के बीच की अहम कड़ी मयंक सिंह ही है. इंटरनेट कॉल के जरिए कारोबारियों को धमकी देना मयंक सिंह का प्रमुख काम है. मयंक सिंह सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव था और मलेशिया में बैठकर सोशल मीडिया के जरिए अपने गैंग को लेकर खुलकर अपने विचार भी रखता था.
एक साल पूर्व ही मयंक की हुई पहचान
पिछले साल तक झारखंड पुलिस के लिए मयंक सिंह एक अबूझ पहेली बना हुआ था. एटीएस की जांच में यह बात सामने आई कि इंटरनेट कॉल के जरिये झारखंड के कारोबारियों को दहशत में डालने वाला मयंक सिंह असल में सुनील कुमार मीणा है. सुनील कुमार मीणा मयंक सिंह के छदम नाम का प्रयोग कर झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के लिए काम करता था. झारखंड में शायद ही कोई ऐसा कारोबारी हो, जिसे मयंक के द्वारा इंटरनेट कॉल पर धमकी नहीं दी गई हो. मयंक उर्फ सुनील मीणा के खिलाफ एटीएस थाने सहित झारखंड के 12 थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं.
पहचान के बाद शुरू हुई थी कार्रवाई
मयंक सिंह उर्फ सुनील मीना के बारे में फुलप्रूफ जानकारी मिलने के बाद झारखंड एटीएस की एक टीम राजस्थान के अनूपगढ़ जिले की नई मंडी थाना क्षेत्र के जीडीए पुरानी मंडी घड़साना स्थित मीना के घर डुगडुगी बजाकर इस्तेहार भी चस्पा किया था. एटीएस ने नई मंडी थाना की मदद से सुनील मीणा उर्फ मयंक सिंह के कई चल-अचल संपत्तियों का भी पता लगाया है. खौफ की कमाई के जरिए सुनील मीणा ने नया घर बनाया, महंगी गाड़ियां खरीदी. एटीएस ने उसके खिलाफ राजस्थान में कुर्की जब्ती भी की है.
पासपोर्ट ब्लॉक, रेड कॉर्नर नोटिस जारी
जैसे ही मयंक की पहचान हुई फौरन उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई झारखंड एटीएस के द्वारा शुरू कर दी गई. झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने पूर्व में बताया था कि झारखंड पुलिस के लिखित आग्रह पर सुनील मीणा का पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया. उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कर दी गई थी .
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