पटना/समस्तीपुर: अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं को खास तरीके से सम्मान दिया गया और उनकी प्रतिभा को सलाम किया गया. इस मौके पर महिला पायलट और उनकी वुमनिया टीम ने पटना से विमान उड़ाकर यात्रियों को गुवाहाटी तक पहुंचाया तो वहीं समस्तीपुर रेल मंडल की सारी जिम्मेदारी आधी आबादी के कंधों पर रही.
पटना से गुवाहाटी ऑल वूमन उड़ान: स्पाइस जेट की विमान संख्या sg 8104 को महिला पायलट कैप्टन रचिता मट्ठा और को पायलट कैप्टन गरिमा नेगी ने उड़ाया. महिला दिवस को लेकर विमान के केबिन क्रू में भी सभी महिला सदस्य मौजूद रहीं. पटना एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट के मैनेजर सैयद हसन के अनुसार हर साल महिला दिवस के अवसर पर स्पाइसजेट अपने महिला पायलट से ही विमान को संचालित कराता है.
"साथ ही हमारी कोशिश रहती है कि ज्यादा से ज्यादा केबिन क्रू के मेंबर भी महिला ही हो. पटना से गुवाहाटी जाने वाले विमान को महिला पायलट और को पायलट ने ही गुवाहाटी तक पहुंचा है. इस विमान में यात्रियों की संख्या 189 थी और यह विमान दिन में 2:30 बजे पर पटना एयरपोर्ट से गुवाहाटी एयरपोर्ट के लिए टेक ऑफ किया था."- सैयद हसन, मैनेजर, स्पाइसजेट
रेलवे ने दी आधी आबादी को खास जिम्मेदारी : समस्तीपुर रेल डिवीजन प्रशासन ने खास तरीकों से इन आधी आवादी को सम्मान दिया. दरअसल इस खास मौके पर इस डिवीजन के लगभग सभी अहम विंग्स की बागडोर महिलाओं के हाथ मे दी गयी. ट्रेनों को लेकर महिला पायलट निकली. वहीं सुरक्षा व अन्य जगहों की जवाबदेही भी आधी आबादी के जिम्मे रही.
ड्राइवर से लेकर गार्ड तक की भूमिका में महिलाएं: अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के जरिये समाज व देश के निर्माण में आधी आबादी की सशक्त भूमिका को सराहने का प्रयास किया जाता है. इसी कड़ी में समस्तीपुर रेल मंडल में भी इसका खास रंग दिखा, जहां ट्रेन से लेकर प्लेटफार्म व अन्य विभागों की जिम्मेदारी महिलाओं ने संभाली. समस्तीपुर जंक्शन समेत इस डिवीजन के कई स्टेशनों से खुलने वाली ट्रेन को महिला लोको पायलट लेकर चली.
महिलाओं की भूमिका को सभी ने सराहा: वहीं गार्ड , टीटीई व सुरक्षा की जिम्मेदारी भी महिलाओं के जिम्मे रही. डिवीजन के डीआरएम विनय श्रीवास्तव की मानें तो इस खास मौके पर महिलाओं को सम्मान देने के साथ ही महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में इनकी सबल सामर्थ्य को लोगों ने देखा. ट्रेन, स्टेशन व अन्य सभी अहम विभागों की जिम्मेदारी इन महिला कर्मियों के ऊपर रही.
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