अंबाला: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रेलवे विभाग ने महिलाओं को सम्मान देने के लिए खास पहल की. दरअसल शुक्रवार को अंबाला कैंट से लुधियाना तक ट्रेन का संचालन महिलाओं ने किया. इस ट्रेन में लोको पायलट, एडिशनल लोको पायलट और गार्ड तीनों ही महिलाएं रही. इस मौके पर अंबाला रेलवे मंडल ADRM, सीनियर DCM और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
महिला स्टाफ ने चलाई मालगाड़ी: लोको पायलट मनोरमा वर्मा ने कहा "मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. एक महिला के लिए वर्किंग में आना बहुत अच्छी बात है. हमें गर्व महसूस होता है कि हम लोको पायलट हैं. महिला के लिए फैमिली को वर्क प्लेस पर बैलेंस बनाना काफी मुश्किल काम होता है. क्योंकि हमारी डे और नाइट दोनों ड्यूटी होती है. जिसकी वजह से फैमिली के लिए वक्त निकालना मुश्किल हो जाता है. मुझे रेलवे स्टाफ का भरपूर सहयोग मिलता है. उनकी कोशिश रहती है कि मुझे नाइट शिफ्ट कम से कम दी जा सके. ताकि मैं अपनी फैमिली के साथ वक्त बिता सकूं. मेरे पति और परिवार को भी मुझपर बहुत गर्व है."
अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन से लुधियाना तक चलाई ट्रेन: अंबाला रेलवे मंडल की सीनियर DCM (Senior Divisional Commercial Manager) ने कहा "अंबाला मंडल ने महिला दिवस के मौके पर पिंक ट्रेन चलाई है. जो अंबाला से लेकर लुधियाना तक महिला स्टाफ द्वारा चलाई गई. LP, ALP और गार्ड तीनों ही महिलाएं हैं. इसी तरह मोहाली स्टेशन को पिंक स्टेशन चूज किया गया है. जिसमें पूरा स्टाफ महिलाओं का रहेगा."
अंबाला रेलवे मंडल की सीनियर DCM ने महिलाओं को संदेश देते हुए कहा कि वो अपने आप को किसी भी तरीके से पुरुषों से कम ना समझें. शिक्षा एक बहुत ही जरूरी टूल है. जो हर महिला के पास होना चाहिए. उन्होंने महिलाओं के पेरेंट्स को भी संदेश दिया कि वो अपनी बच्चियों को पढ़ाएं लिखाए ताकि वो अपने पैरों पर खड़ी हो सकें. आज कोई भी ऐसी फिल्ड नहीं है. जिसमें महिलाओं ने अपनी छाप ना छोड़ी हो.
उन्होंने कहा कि हमारा देश तब तक तरक्की नहीं कर पायेगा. जब तक महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर नहीं चलेंगी. इस मौके पर रेलवे मंडल अंबाला के Additional Divisional Railway Manager (ADRM) ने कहा कि महिला दिवस के मौके पर हमने फैसला किया है कि गुड्स ट्रेन को महिला स्टाफ संचालित करेगा.