अहमदाबाद/नई दिल्ली: गुजरात यूनिवर्सिटी हॉस्टल में देर रात मारपीट की घटना सामने आई है. मिली जानकारी के मुताबिक उज्बेकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के चार छात्र अपने कमरे में नमाज पढ़ रहे थे. युवकों के एक समूह ने इसका विरोध किया और धार्मिक नारे लगाए. इसी बात को लेकर दोनों गुटों में झगड़ा हो गया और मारपीट होने लगी. मामले में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इस मामले में 20 से 25 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. पुलिस ने 9 टीमों का गठन कर आरोपियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है. राज्य के गृह विभाग ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है.
विदेशी छात्रों पर हमला: गुजरात यूनिवर्सिटी हॉस्टल के ए-ब्लॉक में युवकों के एक समूह ने छात्रों पर कथित रूप से पथराव किया. आरोप है कि उनलोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए और साथ ही वाहन को नुकसान पहुंचाया. इस दौरान चार छात्र घायल हो गये. घायलों को एसवीपी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. पीआई एसआर बावा ने बताया कि घटना देर रात की है. इस संबंध में जांच जारी है.
ओवैसी ने घटना की निंदा की: इस मामले में ओवैसी ने ट्वीट कर घटना की निंदा की. खबर फैलते ही जमालपुर विधायक इमरान खेड़ावाला और पूर्व विधायक गयासुद्दीन शेख मौके पर पहुंचे. उन्होंने पुलिस आयुक्त से गहन जांच कराने का आग्रह किया और कहा कि धार्मिक असहिष्णुता की ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकती है.
विदेशी छात्रों का आरोप: गुजरात यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों ने आरोप लगाया है कि नमाज के दौरान लड़कों के एक समूह ने हॉस्टल में घुसकर उन पर हमला किया, धार्मिक नारे लगाए, तोड़फोड़ की.
विदेश मंत्रालय ने गुजरात विश्वविद्यालय की घटना पर कहा,हिंसा मामले में कड़ी कार्रवाई की जा रही
भारत ने रविवार को कहा कि गुजरात सरकार अहमदाबाद के एक विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के मामले में सख्त कार्रवाई कर रही है, जिसमें दो विदेशी छात्र घायल हो गए. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि हिंसा में घायल दो विदेशी छात्रों में से एक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, 'कल अहमदाबाद स्थित गुजरात विश्वविद्यालय में हिंसा की घटना हुई. राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है.' अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जी.एस. मलिक ने बताया कि घटना के संबंध में 20 से 25 लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है और जांच के लिए नौ टीम गठित की गई हैं. मलिक ने बताया कि घटना की सूचना शनिवार रात करीब 10 बजकर 50 मिनट पर मिली जब करीब 20-25 लोग गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में घुस गए और उन्होंने अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान तथा अन्य देशों के छात्रों के छात्रावास में नमाज पढ़ने पर आपत्ति जतायी.