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बांग्लादेश के लोगों का हित हमारे लिए सबसे अहम: विदेश मंत्रालय - MEA spokesperson Randhir Jaiswal

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By PTI

Published : Aug 8, 2024, 6:11 PM IST

MEA Spokesperson Randhir Jaiswal, विदेश मंत्रालय ने कहा है कि बांग्लादेश के लोगों के हित महत्वपूर्ण हैं. उक्त जानकारी देते हुए प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के भारत में रहने की समय सीमा के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हें उनकी योजना की जानकारी नहीं है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल
MEA Spokesperson Randhir Jaiswal (IANS)

नई दिल्ली : बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के कार्यभार संभालने की संभावना के बीच भारत ने गुरुवार को कहा कि बांग्लादेश के लोगों का हित उसके लिए सबसे अहम है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया को बताया कि जहां तक भारत का सवाल है, बांग्लादेश के लोगों के हित हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं.

उन्होंने बांग्लादेश में शीघ्र ही कानून व्यवस्था बहाल होने की उम्मीद जताई. साथ ही उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में लगातार स्थिति बदल रही है. वहीं बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के भारत से जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमें उनकी योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "...विदेश मंत्री ने अपने स्वप्रेरणा वक्तव्य में इस मुद्दे को उठाया था. हम अल्पसंख्यकों की स्थिति पर भी नज़र रख रहे हैं. ऐसी भी रिपोर्ट हैं कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए समूहों और संगठनों द्वारा कई पहल की गई हैं. मैं संसद में विदेश मंत्री द्वारा कही गई बात को दोहराना चाहूंगा, हम इन कदमों का स्वागत करते हैं, लेकिन स्वाभाविक रूप से हम तब तक बहुत चिंतित रहेंगे जब तक कानून और व्यवस्था स्पष्ट रूप से बहाल नहीं हो जाती. हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि हर सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने सभी नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करे. हमें बांग्लादेश में कानून और व्यवस्था की जल्द बहाली की उम्मीद है. यह देश और पूरे क्षेत्र के हित में है."

वहीं विदेश मंत्री जयशंकर और ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी के बीच बांग्लादेश पर चर्चा के बारे में पूछने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "कुछ घंटे पहले ही विदेश मंत्री की विदेश सचिव डेविड लैमी से बातचीत हुई थी. दोनों नेताओं ने बांग्लादेश और पश्चिम एशिया के विकास के बारे में बात की..."

भारत ने बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ समन्वय करके अपने नागरिकों को सीमाओं तक सुरक्षित पहुंचाया

संघर्षग्रस्त बांग्लादेश में जारी हिंसा के मद्देनजर, ढाका में भारतीय उच्चायोग ने बांग्लादेशी सेना/अधिकारियों के साथ समन्वय करके भारतीय नागरिकों को सीमाओं तक सुरक्षित पहुंचाया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय मिशन ने परिवहन और आवागमन के मुद्दों पर सलाह दी है और उड़ानों के लिए हवाई अड्डे और एयरलाइनों के साथ समन्वय भी किया है. मिशन नियंत्रण कक्ष ने पिछले दो दिनों में 350 से अधिक कॉल का जवाब दिया है.

विदेश मंत्रालय ने कहा, "मिशन ने परियोजना कर्मियों सहित भारतीय नागरिकों को भूमि सीमा पार से आने-जाने में मदद की है। इनमें से कुछ स्थितियां जीवन के लिए खतरा थीं." इसने भूमि सीमा के माध्यम से इरकॉन खुलना, एलएंडटी, राइट्स, टाटा प्रोजेक्ट्स, एफकॉन्स और ट्रांसरेल सिराजगंज के सदस्यों की यात्रा में मदद की है.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि बांग्लादेश में भारतीय मिशन ने परिवहन और आवागमन के मुद्दों पर सलाह दी है और परियोजना कर्मियों सहित भारतीय नागरिकों को हवाई अड्डे तक आने-जाने में मदद के लिए हवाई अड्डे और एयरलाइनों के साथ समन्वय भी किया है.

ये भी पढ़ें- बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति का भारत पर क्या होगा असर

नई दिल्ली : बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के कार्यभार संभालने की संभावना के बीच भारत ने गुरुवार को कहा कि बांग्लादेश के लोगों का हित उसके लिए सबसे अहम है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया को बताया कि जहां तक भारत का सवाल है, बांग्लादेश के लोगों के हित हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं.

उन्होंने बांग्लादेश में शीघ्र ही कानून व्यवस्था बहाल होने की उम्मीद जताई. साथ ही उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में लगातार स्थिति बदल रही है. वहीं बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के भारत से जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमें उनकी योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "...विदेश मंत्री ने अपने स्वप्रेरणा वक्तव्य में इस मुद्दे को उठाया था. हम अल्पसंख्यकों की स्थिति पर भी नज़र रख रहे हैं. ऐसी भी रिपोर्ट हैं कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए समूहों और संगठनों द्वारा कई पहल की गई हैं. मैं संसद में विदेश मंत्री द्वारा कही गई बात को दोहराना चाहूंगा, हम इन कदमों का स्वागत करते हैं, लेकिन स्वाभाविक रूप से हम तब तक बहुत चिंतित रहेंगे जब तक कानून और व्यवस्था स्पष्ट रूप से बहाल नहीं हो जाती. हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि हर सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने सभी नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करे. हमें बांग्लादेश में कानून और व्यवस्था की जल्द बहाली की उम्मीद है. यह देश और पूरे क्षेत्र के हित में है."

वहीं विदेश मंत्री जयशंकर और ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी के बीच बांग्लादेश पर चर्चा के बारे में पूछने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "कुछ घंटे पहले ही विदेश मंत्री की विदेश सचिव डेविड लैमी से बातचीत हुई थी. दोनों नेताओं ने बांग्लादेश और पश्चिम एशिया के विकास के बारे में बात की..."

भारत ने बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ समन्वय करके अपने नागरिकों को सीमाओं तक सुरक्षित पहुंचाया

संघर्षग्रस्त बांग्लादेश में जारी हिंसा के मद्देनजर, ढाका में भारतीय उच्चायोग ने बांग्लादेशी सेना/अधिकारियों के साथ समन्वय करके भारतीय नागरिकों को सीमाओं तक सुरक्षित पहुंचाया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय मिशन ने परिवहन और आवागमन के मुद्दों पर सलाह दी है और उड़ानों के लिए हवाई अड्डे और एयरलाइनों के साथ समन्वय भी किया है. मिशन नियंत्रण कक्ष ने पिछले दो दिनों में 350 से अधिक कॉल का जवाब दिया है.

विदेश मंत्रालय ने कहा, "मिशन ने परियोजना कर्मियों सहित भारतीय नागरिकों को भूमि सीमा पार से आने-जाने में मदद की है। इनमें से कुछ स्थितियां जीवन के लिए खतरा थीं." इसने भूमि सीमा के माध्यम से इरकॉन खुलना, एलएंडटी, राइट्स, टाटा प्रोजेक्ट्स, एफकॉन्स और ट्रांसरेल सिराजगंज के सदस्यों की यात्रा में मदद की है.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि बांग्लादेश में भारतीय मिशन ने परिवहन और आवागमन के मुद्दों पर सलाह दी है और परियोजना कर्मियों सहित भारतीय नागरिकों को हवाई अड्डे तक आने-जाने में मदद के लिए हवाई अड्डे और एयरलाइनों के साथ समन्वय भी किया है.

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