हजारीबाग: जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर केरेडारी प्रखंड के जोको गांव की रहने वाली सोनी देवी महिला सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल पेश कर रही हैं. उन्होंने महज 10 हजार रुपये से अपना बिजनेस शुरू किया और आज वह करोड़ों का टर्नओवर कर रही हैं.
केरेडारी जोको गांव की रहने वाली सोनी देवी आज पूरे इलाके में बैंक दीदी के नाम से मशहूर हो गई हैं. जो एक महीने में एक करोड़ रुपये से ज्यादा का लेनदेन कर रही हैं. साक्षी आजीविका मिशन के तहत उन्होंने ग्राहक सेवा केंद्र खोला है. जहां 2000 से ज्यादा लोग इससे जुड़े हैं. गांव के महिला-पुरुष अब बैंक जाना पसंद नहीं करते बल्कि सोनी देवी के केंद्र आना पसंद करते हैं. यहां उन्हें बड़ी आसानी से पैसे मिल जाते हैं.
जेएसएलपीएस से जुड़ने के बाद मिली मंजिल
सोनी देवी कहती हैं कि शादी के बाद उन्हें घर के काम में व्यस्त कर दिया गया. लेकिन 2018 में वह जेएसएलपीएस से जुडीं. वहां से कारवां बढ़ता गया. हालात ये हैं कि अब वो खुद करोड़ों रुपए का बिजनेस कर रही हैं. सोनी देवी कहती हैं कि उन्हें डिजिटल इंडिया का फायदा मिला. जिसके चलते लाखों रुपए का लेनदेन मोबाइल के माध्यम से वह कर पा रही हैं.
स्कूली बच्चे से लेकर बुजुर्ग व्यक्ति तक सोनी देवी को बहुत सम्मान की नजर से देखते हैं. सोनी देवी 2018 में जेएसएलपीएस से जुड़ीं और 12 दीदियों का एक समूह बनाया. यहीं से उनके जीवन में बदलाव आया. धीरे-धीरे कारवां बढ़ता गया और फिर उन्होंने ग्राम संगठन बनाया. जिसमें उन्हें 13 ग्रुप का मास्टर बुक कीपर बनाया गया. इसके बाद उन्होंने एक ग्राहक सेवा केंद्र शुरू किया.
ढाई लाख की बना ली पूंजी
ग्राहक सेवा केंद्र के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान योजना, वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, छात्रवृत्ति, सभी बैंकों के पैसे का लेनदेन, आधार कार्ड, ऑनलाइन रसीद, आवासीय प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं. सोनी देवी बताती हैं कि उन्होंने ग्राहक सेवा केंद्र चलाने के लिए समूह से 10 हजार रुपये का ऋण लिया था. काम आगे बढ़ा तो 50 हजार रुपये का कर्ज लिया. आज उन्होंने 2.5 लाख रुपये की पूंजी बना ली है. उसी पैसे से ये एक करोड़ रुपये से ज्यादा का टर्नओवर कर लेती हैं.
सोनी देवी न सिर्फ पैसों का लेनदेन करती हैं बल्कि अपने सखी मंडल के सभी लोगों का बीमा भी करती हैं. ताकि उनका भविष्य सुरक्षित रहे. इसके लिए प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना महत्वपूर्ण हैं.
जीवन स्तर में आया सुधार
सोनी देवी प्रति माह 25 से 30 हजार रुपये कमा रही हैं, जिससे उनका जीवन स्तर भी बदल गया है. वह कहती हैं कि अब उनका एक ही सपना है, अपना घर बनाना और अपने बच्चों को अच्छी परवरिश देना. उनके पति मुन्ना वर्मा भी कहते हैं कि मेरी पत्नी आज गांव में अपनी अलग पहचान बना चुकी है. पैसा कमाने से घर में बदलाव भी आ रहा है. कई अन्य महिलाएं भी उनसे प्रेरणा ले रही हैं.
गांव के महिला-पुरुष भी सोनी देवी के कार्य की सराहना कर रहे हैं. उनका कहना है कि सोनी देवी न सिर्फ अपने सर्विस सेंटर में बल्कि घर-घर जाकर भी लोगों तक पैसे पहुंचा रही हैं. जिसमें वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन समिति सहित अन्य सुविधाएं शामिल हैं.
सोनी देवी ने ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सेवाओं में क्रांति ला दी है. आज वह पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं. बैंक दीदी के नाम से मशहूर सोनी देवी को महिला दिवस की ढेरों शुभकामनाएं.
यह भी पढ़ें: बुलंद हौसले की मिसाल है दुमका की दिव्या, पहले खुद को संवारा, अब बना रही है दूसरों की जिंदगी
यह भी पढ़ें: International women's Day: लड़कियों के लिए प्रेरणा बनीं आईपीएस रिष्मा रमेशन से खास बातचीत